Shreshth Srajan लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
Shreshth Srajan लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

बुधवार, 7 अप्रैल 2010

श्रेष्ठ सृजन प्रतियोगिता अंक- 7 का परिणाम

प्रतियोगिता संचालन :- - प्रकाश गोविन्द


srajan 5.result.psd

प्रिय मित्रों/पाठकों/प्रतियोगियों
नमस्कार !!
आप सभी लोगों का हार्दिक स्वागत है

हम 'श्रेष्ठ सृजन प्रतियोगिता अंक- 7' का परिणाम लेकर हाजिर हैं! हमेशा की तरह इस बार भी सभी प्रतिभागियों ने अत्यंत सार्थक व सुन्दर सृजन किया ! इस बार श्रेष्टता क्रम तय करने जैसा कठिन कार्य का दायित्व हमने आदरणीय अमिताभ जी को सौंप दिया था ! यहाँ हम पाठकों के समक्ष स्पष्ट कर दें कि गुणीजनों को जब भी चयन का दायित्व सौंपा जाता है तो उन्हें सिर्फ़ प्रविष्टियाँ दी जाती हैं, उन्हें नहीं पता होता कि कौन सी प्रविष्टि किस सृजनकार की है !

एक बार फिर से भाई राजेन्द्र स्वर्णकार जी ने अपनी कलम से मन्त्र-मुग्ध किया और श्रेष्टता क्रम में प्रथम स्थान पर रहे ! दुसरे क्रम पर सुश्री सोनल रस्तोगी जी और तीसरे क्रम में हम सबकी जानी-पहचानी अल्पना जी की रचना रहीं ! सभी की प्रविष्टियाँ सराही गयीं !


परिणाम के अंत में आज की
श्रेष्ठ सृजन प्रतियोगिता अंक- 8 का चित्र दिया गया है ! सर्वश्रेष्ट प्रविष्टि को प्रमाण पत्र दिया जाएगा. पहले की भांति ही 'माडरेशन ऑन' रहेगा. प्रतियोगिता में शामिल होने की समय सीमा है - ब्रहस्पतिवार 15 अप्रैल- शाम 5 बजे तक

सभी सृजनकारों एवं समस्त पाठकों को
बहुत-बहुत बधाई/शुभकामनाएं.


अब आईये देखते हैं -
इस
आयोजन के सम्बन्ध में माननीय अमिताभ जी के विचार :
securedownload
श्रेष्ठ सृजन प्रतियोगिता- 7 में 'श्रेष्ठ सृजन' का चयन
आदरणीय अमिताभ जी
द्वारा
नमस्कार मित्रों !
amitabh ji
किसी भी पवित्र भावों भरे लेखन में उत्कृष्टता खोजना कठिन होता है क्योंकि पवित्र भाव अपने आप में ही सर्वश्रेष्ठ होते हैं। उसकी कोई श्रेणी नहीं होती। लेखक के शब्द, उसके विचार, उसकी सोच हृदय के स्पंदन के साथ व्यक्त होते हैं, शब्दों की इसी रचना को लेखक की आत्मा कहा गया है। या इसे आत्मज कह लें। यानी यह तो उसकी संतान हुई और संतान माता-पिता के लिये अलग सी अनुभूति हैं।

मुझे तो ऐसी रचनाओं में डूबे रहने का ही मन करता है, कि उसे क्रम देने का। बहुत पढा-लिखा, बडे-बडे साहित्यकारों की रचनायें, आलोचनात्मक् पुस्तके, शोध ग्रंथ आदि-इत्यादि किंतु बावजूद इसके आज के लेखकों को पढना हमेशा से ही रुचिकर लगा है। कितना काम हो रहा है आजकल ये ब्लॉग जगत ने साबित कर दिखाया है, फिर क्रिएटिव मंच जैसे आयोजन जो निरंतर लेखकों की हौसलाअफज़ाई में रत हैं, यह सोने पे सुहागा है। मेरी दिल से बधाई भी और शुभकामनायें भी, कि नित नये कार्य करते हुए साहित्य की सेवा में लीन रहे।

चूंकि मुझे मूल्यांकन कार्य का दायित्व सौंपा गया है इसलिए अपने इस दायित्व को तो निभाना ही है, अन्यथा जितनी भी रचनायें आपने मुझे प्रेषित की हैं वे अपने आप में सुन्दर और श्रेष्ठ हैं। चित्र को माध्यम बना कर तुरत लिखना सचमुच कठिन होता है, और वो भी इतना बेहतर, तो यह मन को अत्यधिक सुख से भर देता है।

मैं थोडा सा गम्भीर चिंतन कर्ता हूं इसलिये चित्र और उस पर खींची गई रचना के मेल, शब्दों का प्रवाह, उसका रस, औचित्य आदि ध्यान में रखते हुए ही अपनी पसन्द से अवगत करा रहा हूँ

ऐसे प्रयास निरंतर होते रहने चाहिये।
एक बार पुनः आप सभी को मेरी हर्दिक शुभकामनायें।


आपका अपना
अमिताभ

श्रेष्ठ सृजन प्रतियोगिता अंक- 7 का परिणाम
पिछले अंक का चित्र
First Prize: Devon Cummings cummingsdevon@earthlink.net 495 12th st., #3R Brooklyn, NY 11215 USA 646-207-4951  Title: Madonna and Child Caption: Mother and child in Muktinath, Nepal.
rajendra swarnkar ji


नन्हे-नन्हे हाथ-पांव हैं, नन्ही- सी औक़ात रे
पीछे आंधी-तूफ़ां, आगे भी है झंझावात रे !
कांधों पर जिम्मेवारी, सर पर काली रात रे
लाएगी हिम्मत ही सुनहरी- नूतन आज प्रभात रे !
securedownload

अभी आशा बाकी है लाडली
कुहासा छटेगा धूप निकलेगी
बाहें फैला कर भर लेना तुम
सारी सीलन उड़ जायेगी

अभी कंधो में दम है
तेरे चलने तक उठा सकती हूँ
घबराना नहीं मेरी गुडिया
अँधेरे को मिटा सकती हूँ

तेरी छुअन के सहारे
मैं इतनी देर जी सकी हूँ
तेरी मुस्कान के दम से
सारे विष पी सकी हूँ

sonal rastogi
securedownload
alpana ji


श्रम जीवन आधार बनाया ,
जीने का विश्वास लिए,
वात्सल्य भाव से आप्लावित ,
मंद मंद हास लिए ,
स्वप्न सभी पूरे होंगे,
मन में हूँ ,यह आस लिए
securedownload
मैं सिर्फ एक स्त्री नहीं
एक कर्तव्यनिष्ठ माँ हूँ
नन्ही बेटी तू मेरी ख़ुशी है
मैं सदा तेरा अपना हूँ
सब धर्म निभाये है मैंने
मातृत्व धर्म भी निभाउंगी
तुझे खुश रखूंगी हमेशा
तुझे दुनिया घुमाउंगी

sulabh satrangi
securedownload
ramkrishna gautam

माँ : ममता का घर
क्या ग़म है जो मेरे पास खिलौने नहीं
तेरी प्यार भरी भाषा ही काफी है

क्या ग़म है जो मेरे दोस्त न हों
तेरे हाथों की थपकी ही काफी है

क्या ग़म जो मेरे सर पर छत न हो स्कूल का
तेरे आँचल का छाया ही काफी है
securedownload


जहाँ धरती से आकाश मिले
उस दूरी तक हम हो लें,
चलो कल्पना के पंखों से
आसमान को छू लें.
6. सुश्री मृदुला प्रधान
mridula pradhan
securedownload
anand sagar

तेरे आने के अनुभूति से
खिल उठती हूँ
अपने अंश को
एक नए रूप में देख
पता नहीं क्या-क्या सोच
पुलकित हो उठती हूँ
तेरी हर मुस्कान
भर देती है उमंग मुझमें
बुनने लगी हूँ अभी से
तेरी जिन्दगी का ताना-बाना
मुझे मातृत्व का अहसास है।

securedownload

क्यों ये रीत भगवान ने बनाई है
कहते हैं लोग कि तू परायी है

बेटियां इसे मानकर परिभाषा जीवन की
बना देती है अभिलाषा एक अटूट बंधन की

हमारा रिश्ता भी इतना अजीब होता है
क्यों हम बेटियों का यही नसीब होता है

aditi chauhan
securedownload
9. श्री राज रंजन
raj ranjan

नारी भी कई रूप बदलती है
बहिन,बेटी,पत्नी तो कभी माँ बनती है
लेती है नित नया आकार
लेकिन देती है सबको आधार
करती हैं हर रूप में त्याग अपना
ताकि जन्म ले सके, फिर एक नया सपना

securedownload
securedownload
srajan 8
आईये अब चलते हैं "श्रेष्ठ सृजन प्रतियोगिता - 8" की तरफ ! नीचे ध्यान से देखिये चित्र को ! क्या इसको देखकर आपके दिल में कोई भाव ...कोई विचार ... कोई सन्देश उमड़ रहा है ? तो बस चित्र से सम्बंधित भावों को शब्दों में व्यक्त कर दीजिये ... आप कोई सुन्दर सी तुकबंदी ... कोई कविता - अकविता... कोई शेर...कोई नज्म..कोई दिल को छूती हुयी बात कह डालिए !
---- क्रियेटिव मंच
Calcutta_rickshaw

श्रेष्ठ सृजन प्रतियोगिता अंक - 8
प्रतियोगियों के लिए-
1- इस सृजन प्रतियोगिता का उद्देश्य मात्र मनोरंजन और मनोरंजन के साथ कुछ सृजनात्मक करना भी है
2- यहाँ किसी प्रकार की प्रतिस्पर्धा नही है
3- आपको चित्र के भावों का समायोजन करते हुए अधिकतम 100 शब्दों के अन्दर रचनात्मक पंक्तियाँ लिखनी हैं, जिसे हमारी क्रियेटिव टीम के चयनकर्ता श्रेष्ठता के आधार पर क्रम देंगे और वह निर्णय अंतिम होगा
4- प्रतियोगिता संबंधी किसी भी प्रकार के विवाद में टीम का निर्णय ही सर्वमान्य होगा.
5- चित्र को देख कर लिखी गयी रचना मौलिक होनी चाहिए. शब्दों की अधिकतम सीमा की बंदिश नहीं है. परिणाम के बाद भी यह पता चलने पर कि पंक्तियाँ किसी और की हैं, विजेता का नाम निरस्त कर दिया जाएगा !
6- प्रत्येक प्रतियोगी की सिर्फ एक प्रविष्टि पर विचार किया जाएगा, इसलिए अगर आप पहली के बाद दूसरी अथवा तीसरी प्रविष्टि देते हैं तो पहले की भेजी हुयी प्रविष्टि पर विचार नहीं किया जाएगा. प्रतियोगी की आखिरी प्रविष्टि को प्रतियोगिता की प्रविष्टि माना जाएगा
7-'पहले अथवा बाद' का इस प्रतियोगिता में कोई चक्कर नहीं है अतः आप इत्मीनान से लिखें. 'माडरेशन ऑन' रहेगा. आप से अनुरोध है कि अपनी प्रविष्टियाँ यहीं कॉमेंट बॉक्स में दीजिये
-------------------------------------
प्रतियोगिता में शामिल होने की समय-सीमा ब्रहस्पतिवार 15अप्रैल शाम 5 बजे तक है. "श्रेष्ठ सृजन प्रतियोगिता- 8" का परिणाम 21 अप्रैल रात्रि सात बजे प्रकाशित किया जाएगा
The End

बुधवार, 24 मार्च 2010

श्रेष्ठ सृजन प्रतियोगिता अंक- 6 का परिणाम

प्रतियोगिता संचालन :- - प्रकाश गोविन्द


srajan 6.result.psd

प्रिय मित्रों/पाठकों/प्रतियोगियों
नमस्कार !!
आप सभी लोगों का हार्दिक स्वागत है

हम 'श्रेष्ठ सृजन प्रतियोगिता अंक- 6' का परिणाम लेकर हाजिर हैं! हमेशा की तरह इस बार भी सभी प्रतिभागियों ने बहुत ही सुन्दर सृजन किया ! कभी-कभी सृजन का क्रम तय करना भी बहुत मुश्किल होता है ! क्रिएटिव मंच के निर्णायक सदस्यों ने कई बातों को ध्यान में रखकर अपना निर्णय दिया ! इस बार राजेन्द्र स्वर्णकार जी की प्रविष्टि को सर्वश्रेष्ठ सृजन चुना गया है! द्वितीय क्रम पर रहीं मृदुला प्रधान जी और तृतीय क्रम पर निर्मला कपिला जी !

सभी प्रतिभागियों से आग्रह है की अब जब शब्द सीमा निर्धारित कर दी गयी है तो कृपया 100 शब्दों के भीतर ही अपनी प्रविष्टि भेजें !

परिणाम के अंत में आज की श्रेष्ठ सृजन प्रतियोगिता अंक- 7 का चित्र दिया गया है ! सर्वश्रेष्ट प्रविष्टि को प्रमाण पत्र दिया जाएगा. पहले की भांति ही 'माडरेशन ऑन' रहेगा. प्रतियोगिता में शामिल होने की समय सीमा है - ब्रहस्पतिवार 1 अप्रैल- शाम 5 बजे तक .

सभी सृजनकारों एवं समस्त पाठकों को
बहुत-बहुत बधाई/शुभकामनाएं.


अब आईये हम पिछले अंक के चित्र और परिणाम को देखते हैं!

securedownload
श्रेष्ठ सृजन प्रतियोगिता अंक- 6 का परिणाम
girl_studying
rajendra swarnkar
चमन में खिलखिलाती-मुस्कुराती
हर कली होगी !
हक़ीक़त में हमारी ज़िंदगी कल
ज़िंदगी होगी !
न होगा कल किसी तूफ़ान
बिजली ज़लज़ले का डर ,
इल्मो - ता'लीम से तारीक़ियों में
रौशनी होगी !
securedownload

चाँद-सितारों की चम-चम
हर रोज़ तुम्हें नहलाए ,
सूरजकी जगमग किरणें
आकर दुलार कर जाए .
स्वच्छ, सरल,सुंदर दर्पण सा
निर्भय ,कोमल मन हो ,
विद्या , बुद्धि ,विवेक
मधुर-वाणी का आभूषण हो.
सपनें हों साकार और
उत्कर्ष तुम्हारा रोज़ बढे ,
नित विकसित हो ज्ञान
सफलता नई सीढियाँरोज़ चढ़े.
हाथ आसमां को छू ले
हो जाये शिखर तुम्हारा,
बेटी , तुम मेरा गौरव
तुम हो अभिमान हमारा.

mridula pradhan

securedownload

nirmala kapila

बेशक रहती हूँ जमीं पर
मगर बातें आस्मां से करती हूँ
पढने लिखने मे भी कम नहीं
और खबर दुनिया की रखती हूँ
अब हस्ती मेरी कोई मिटा सकता नही
आसमाँ छूने से हटा सकता नही
मैं खुद को साबित करके
दिखलाने की हिम्मत रखती हूँ
देखना तुम इस टाट से उठकर
संसद तक जाने की हिम्मत रखती हूँ
और एक दिन दुनिया मे
नया इतिहास बनाऊँगी
सुनो मुझे नकारने वालो
मै तुम को दिखलाऊँगी
तेरे नापाक ईरादों पर
परचम अपना लहराऊँगी
आज अपनी कल्पनाओं को
मुझे पँख लगाना आ गया
अब भारत की बेटी को भी
अपना हक जताना आ गया।

securedownload

साक्षर कन्या -साक्षर परिवार
--------------------------
जनजागृति की लहर उठेगी,
शिक्षा हर बेटी को मिलेगी.
होगा अज्ञान का दूर अँधेरा
हर घर ज्ञान की जोत जगेगी.
एक बालिका शिक्षित होने से
होता शिक्षित पूरा परिवार,
शिक्षा प्रसार में निहित है,
सुखी राष्ट्र का आधार.

alpana verma

securedownload

aditi chauhan

अँधेरा छोड़कर पीछे
हमें आगे निकलना है
समझ लेना नहीं कमजोर
हमें किस्मत बदलना है !

डगर काँटों भरी लेकिन
हमें गिर-गिर संभलना है
पढाई रात-दिन करके
हमें भारत बदलना है !!

securedownload
शीर्षक : शिक्षा पर अधिकार है मेरा !
-------------------------------

मैं जानती हूँ कि मेरे नसीब में
पढ़ना नसीब नहीं है,
मैं यह भी जानती हूँ कि शिक्षा मेरे करीब नहीं है.
पर मैं ये बताना चाहती हूँ कि
मुझे भी पढ़ने का अधिकार है,
दुनिया को दिखाना चाहती हूँ कि
शिक्षा से हम बालिकाओं का भी सरोकार है.

मेरी एक विनती है मम्मी और पापा से
कि सिर्फ भैया से नहीं मुझसे भी प्यार करें,
कन्या भ्रूण हत्या न करें,
हमें भी देखने दें ये दुनिया
मुझे भी पढाएं और मेरा उद्धार करें!

ram krishn gautam

securedownload

shivendra sinha

मुझे पढना ही होगा
मै पढूंगी -
मै पढना चाहती हूँ
बापू की मजबूरी को ,
मै समझना चाहती हूँ
माँ के आंसुओं को
मुझे जानना ही है कि
चंद लोग मिलकर
लाखों लोगों की रोशनी
कैसे हड़प लेते हैं ?

securedownloadsecuredownload
srajan 7
आईये अब चलते हैं "श्रेष्ठ सृजन प्रतियोगिता - 7" की तरफ ! नीचे ध्यान से देखिये चित्र को ! क्या इसको देखकर आपके दिल में कोई भाव ...कोई विचार ... कोई सन्देश उमड़ रहा है ? तो बस चित्र से सम्बंधित भावों को शब्दों में व्यक्त कर दीजिये ... आप कोई सुन्दर सी तुकबंदी ... कोई कविता - अकविता... कोई शेर...कोई नज्म..कोई दिल को छूती हुयी बात कह डालिए !
---- क्रियेटिव मंच
First Prize: Devon Cummings cummingsdevon@earthlink.net 495 12th st., #3R Brooklyn, NY 11215 USA 646-207-4951  Title: Madonna and Child Caption: Mother and child in Muktinath, Nepal.

श्रेष्ठ सृजन प्रतियोगिता अंक - 7
प्रतियोगियों के लिए-
1- इस सृजन प्रतियोगिता का उद्देश्य मात्र मनोरंजन और मनोरंजन के साथ कुछ सृजनात्मक करना भी है
2- यहाँ किसी प्रकार की प्रतिस्पर्धा नही है
3- आपको चित्र के भावों का समायोजन करते हुए अधिकतम 100 शब्दों के अन्दर रचनात्मक पंक्तियाँ लिखनी हैं, जिसे हमारी क्रियेटिव टीम के चयनकर्ता श्रेष्ठता के आधार पर क्रम देंगे और वह निर्णय अंतिम होगा
4- प्रतियोगिता संबंधी किसी भी प्रकार के विवाद में टीम का निर्णय ही सर्वमान्य होगा
5- चित्र को देख कर लिखी गयी रचना मौलिक होनी चाहिए. शब्दों की अधिकतम सीमा की बंदिश नहीं है. परिणाम के बाद भी यह पता चलने पर कि पंक्तियाँ किसी और की हैं, विजेता का नाम निरस्त कर दिया जाएगा !
6- प्रत्येक प्रतियोगी की सिर्फ एक प्रविष्टि पर विचार किया जाएगा, इसलिए अगर आप पहली के बाद दूसरी अथवा तीसरी प्रविष्टि देते हैं तो पहले की भेजी हुयी प्रविष्टि पर विचार नहीं किया जाएगा. प्रतियोगी की आखिरी प्रविष्टि को प्रतियोगिता की प्रविष्टि माना जाएगा
7-'पहले अथवा बाद' का इस प्रतियोगिता में कोई चक्कर नहीं है अतः आप इत्मीनान से लिखें. 'माडरेशन ऑन' रहेगा. आप से अनुरोध है कि अपनी प्रविष्टियाँ यहीं कॉमेंट बॉक्स में दीजिये
-------------------------------------
प्रतियोगिता में शामिल होने की समय-सीमा ब्रहस्पतिवार 1अप्रैल शाम 5 बजे तक है. "श्रेष्ठ सृजन प्रतियोगिता- 7" का परिणाम 8 अप्रैल रात्रि सात बजे प्रकाशित किया जाएगा
The End