मंगलवार, 28 दिसंबर 2010

अभिनेत्री मीना कुमारी और संगीतकार नौशाद

क्विज संचालन ---- प्रकाश गोविन्द


प्रिय साथियों
नमस्कार !!!
हम आप सभी का क्रिएटिव मंच पर अभिनन्दन करते हैं।

आप सभी ने जिस रूचि और उत्साह से सी.एम.ऑडियो क्विज़ में हिस्सा लिया और हमारा उत्साह वर्धन किया है, उसके लिए हम आप के आभारी हैं।

कल हमने 'सी.एम.ऑडियो क्विज़- 3' में फिल्म जगत की दो बेहद मकबूल हस्तियों की आवाजें सुनवाई थीं और प्रतियोगियों से पहचानने को कहा था। उन दो आवाजों में से एक आवाज थी- मशहूर अदाकारा और शायरा मीना कुमारी जी की और दूसरी आवाज थी - संगीत की बुलंदियों को छूने वाले संगीतकार नौशाद जी की। अधिकतर प्रतिभागियों ने मीना कुमारी जी को तो पहचान लिया परन्तु संगीतकार नौशाद जी की आवाज़ को बहुत ही कम प्रतिभागी पहचान सके। डॉ. अजमल खान जी ने एक बार फिर तत्परता दिखाते हुए सबसे पहले सही जवाब देकर दूसरी बार प्रथम स्थान हासिल किया। द्वितीय और तृतीय स्थान पर क्रमशः आशीष मिश्रा जी और राणा प्रताप सिंह जी रहे।

अपना स्नेह बनाये रखिये। आप की प्रतिक्रिया और सुझावों की प्रतीक्षा रहेगी।

समस्त विजेताओं व प्रतिभागियों को
बहुत-बहुत बधाई और शुभ कामनाएं।

**************************************

अब आईये -
'सी.एम.ऑडियो क्विज-3' के पूरे परिणाम के साथ ही क्विज में पूछे गए
फ़िल्म जगत की हरदिल अज़ीज़ दोनों हस्तियों के बारे में बहुत संक्षिप्त जानकारी प्राप्त करते हैं :
glitter
1- अभिनेत्री मीना कुमारी [Meena Kumari]

मीना कुमारी (1 अगस्त, 1932 - 31 मार्च, 1972) भारत की एक मशहूर अभिनेत्री थीं। 1952 में प्रदर्शित हुई फिल्म बैजू बावरा से वे काफी वे काफी मशहूर हुईं। मीना कुमारी का असली नाम माहजबीं बानो था और ये बंबई में पैदा हुई थीं।
meena kumariउनके पिता अली बक्श भी फिल्मों में और पारसी रंगमंच के एक मँजे हुये कलाकार थे और उन्होंने कुछ फिल्मों में संगीतकार का भी काम किया था। उनकी माँ प्रभावती देवी (बाद में इकबाल बानो), भी एक मशहूर नृत्यांगना और अदाकारा थी जिनका ताल्लुक टैगोर परिवार से था । माहजबीं ने पहली बार किसी फिल्म के लिये छह साल की उम्र में काम किया था। उनका नाम मीना कुमारी विजय भट्ट की खासी लोकप्रिय फिल्म बैजू बावरा पड़ा।

मीना कुमारी की प्रारंभिक फिल्में ज्यादातर पौराणिक कथाओं पर आधारित थे। मीना कुमारी के आने के साथ भारतीय सिनेमा में नयी अभिनेत्रियों का एक खास दौर शुरु हुआ था जिसमें नरगिस, निम्मी, सुचित्रा सेन और नूतन शामिल थीं। 1953 तक मीना कुमारी की तीन सफल फिल्में आ चुकी थीं जिनमें : दायरा, दो बीघा ज़मीन और परिणीता शामिल थीं

परिणीता से मीना कुमारी के लिये एक नया युग शुरु हुआ। परिणीता में उनकी भूमिका ने भारतीय महिलाओं को खास प्रभावित किया था चूकि इस फिल्म में भारतीय नारियों के आम जिदगी की तकलीफ़ों का चित्रण करने की कोशिश की गयी थी। लेकिन इसी फिल्म की वजह से उनकी छवि सिर्फ़ दुखांत भूमिकाएँ करने वाले की होकर सीमित हो गयी। लेकिन ऐसा होने के बावज़ूद उनके अभिनय की खास शैली और मोहक आवाज़ का जादू भारतीय दर्शकों पर हमेशा छाया रहा।

मीना कुमारी की शादी मशहूर फिल्मकार कमाल अमरोही के साथ हुई जिन्होंने मीना कुमारी की कुछ मशहूर फिल्मों का निर्देशन किया था। लेकिन स्वछंद प्रवृति की मीना अमरोही से 1964 में अलग हो गयीं। उनकी फ़िल्म पाक़ीज़ा को और उसमें उनके रोल को आज भी सराहा जाता है । शर्मीली मीना के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं कि वे कवियित्री भी थीं लेकिन कभी भी उन्होंने अपनी कवितायें छपवाने की कोशिश नहीं की। उनकी लिखी कुछ उर्दू की कवितायें 'नाज़' के नाम से बाद में छपी।
glitter
1- संगीतकार नौशाद [Musician Naushad]

नौशाद अली (1919-2006) हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध संगीतकार थे । पहली फिल्म में संगीत देने के 64 साल बाद तक अपने साज का जादू बिखेरते रहने के बावजूद नौशाद ने केवल 67 फिल्मों में ही संगीत दिया, लेकिन उनका कौशल इस बात की जीती जागती मिसाल है कि गुणवत्ता संख्याबल से कहीं आगे होती है।
naushad2
नौशाद का जन्म 25 दिसम्बर 1919 को लखनऊ में मुंशी वाहिद अली के घर में हुआ था। वह 17 साल की उम्र में ही अपनी किस्मत आजमाने के लिए मुंबई कूच कर गए थे। शुरुआती संघर्षपूर्ण दिनों में उन्हें उस्ताद मुश्ताक हुसैन खां, उस्ताद झण्डे खां और पंडित खेम चन्द्र प्रकाश जैसे गुणी उस्तादों की सोहबत नसीब हुयी।

उन्हें पहली बार स्वतंत्र रूप से 1940 में 'प्रेम नगर' में संगीत देने का अवसर मिला, लेकिन उनकी अपनी पहचान बनी 1944 में प्रदर्शित हुई 'रतन' से जिसमें जोहरा बाई अम्बाले वाली, अमीर बाई कर्नाटकी, करन दीवान और श्याम के गाए गीत बहुत लोकप्रिय हुए और यहीं से शुरू हुआ कामयाबी का ऐसा सफर जो कम लोगों के हिस्से ही आता है। उन्होंने छोटे पर्दे के लिए'द सोर्ड ऑफ टीपू सुल्तान' और'अकबर द ग्रेट'जैसे धारावाहिक में भी संगीत दिया। मुगले आजम को जब रंगीन किया गया तो उन्हें बेहद खुशी हुई ।

फिल्मी
सफ़र :
अंदाज, आन, मदर इंडिया, अनमोल घड़ी, बैजू बावरा, अमर, स्टेशन मास्टर, शारदा, कोहिनूर, उड़न खटोला, दीवाना, दिल्लगी, दर्द, दास्तान, शबाब, बाबुल, मुगले आजम, दुलारी, शाहजहां, लीडर, संघर्ष, मेरे महबूब, साज और आवाज, दिल दिया दर्द लिया, राम और श्याम, गंगा जमुना, आदमी, गंवार, साथी, तांगेवाला, पालकी, आईना, धर्म कांटा, पाकीजा (गुलाम मोहम्मद के साथ), सन ऑफ इंडिया, लव एंड गाड सहित अन्य कई फिल्मों में उन्होंने अपने संगीत से लोगों को झूमने पर मजबूर किया।

मारफ्तुन नगमात जैसी संगीत की अप्रतिम पुस्तक के लेखक ठाकुर नवाब अली खां और नवाब संझू साहब से प्रभावित रहे नौशाद ने मुम्बई में मिली बेपनाह कामयाबियों के बावजूद लखनऊ से अपना रिश्ता कायम रखा। मुम्बई में भी नौशाद साहब ने एक छोटा सा लखनऊ बसा रखा था जिसमें उनके हम प्याला हम निवाला थे- मशहूर पटकथा और संवाद लेखक वजाहत मिर्जा चंगेजी, अली रजा और आगा जानी कश्मीरी (बेदिल लखनवी)), मशहूर फिल्म निर्माता सुलतान अहमद और मुगले आजम में संगतराश की भूमिका निभाने वाले हसन अली 'कुमार'। यह बात कम लोगों को ही मालूम है कि नौशाद साहब शायर भी थे और उनका दीवान 'आठवां सुर' नाम से प्रकाशित हुआ। पांच मई को 2006 को इस दुनिया को अलविदा कह गए।
glitter
पेश है मीना कुमारी जी की वही नज़्म
जिसकी क्लिप हमने क्विज में दी थी।

पेश है संगीतकार नौशाद जी का वही इंटरव्यू
जिसका एक अंश हमने क्विज में दिया था।

glitter
"सी.एम.ऑडियो क्विज़- 3" के विजेता प्रतियोगियों के नाम
glitter
जिन प्रतियोगियों ने एक जवाब सही दिया
applause applause applause समस्त
विजताओं को बधाईयाँ
applause applause applause
applause applause applause applauseapplauseapplauseapplause applause applause applause
happny
नव वर्ष आगमन पर आप सभी को अग्रिम शुभ कामनाएं

आशा है जो इस बार सफल नहीं हुए वो नए वर्ष की नयी क्विज में अवश्य सफल होंगे
आप सभी लोगों का हार्दिक धन्यवाद

यह आयोजन हम सब के लिये मनोरंजन ओर ज्ञानवर्धन का माध्यम है !
आपके पास कोई सुझाव हो तो हमें जरूर ई-मेल करें!
अंत में हम सभी प्रतियोगियों और पाठकों का पुनः आभार व्यक्त करते हैं
जिन्होंने क्रियेटिव मंच की क्विज़ में शामिल होकर हमारा उत्साह बढाया
th_Cartoon
2 जनवरी 2011, रविवार को हम ' प्रातः दस बजे' एक नई क्विज के साथ यहीं मिलेंगे !

सधन्यवाद
क्रियेटिवमंच
creativemanch@gmail.com
================
The End

रविवार, 26 दिसंबर 2010

सी.एम.ऑडियो क्विज़ [क्रमांक- तीन] - "सुनें और बताएं"

सभी साथियों/पाठकों/प्रतियोगियों को सप्रेम नमस्कार
'सी.एम.ऑडियो क्विज़- 3' कार्यक्रम में आप का स्वागत है।

आज इस श्रृंखला की तीसरी कड़ी में हम आपको सिनेमा जगत से जुडी
दो प्रसिद्ध शख्सियतों की आवाजें सुनवा रहे हैं। आप नीचे दी हुयी
दोनों आडियो क्लिप्स सुनिये और पूछे गए प्रश्नों के सही जवाब दीजिये।

सही जवाब देने की समय सीमा सोमवार, 27 दिसंबर दोपहर 2 बजे तक है।

इन दो आडियो क्लिप्स को ध्यान से सुनकर बताईये कि :
Q.1- यह किस अभिनेत्री की आवाज है ?
Q.2- यह किस प्रसिद्ध फिल्मी हस्ती की आवाज है ?
आप दोनों प्रश्नों के जवाब अलग अलग टिप्पणियों में लिख सकते हैं,
जिससे गलत टिप्पणी को प्रकाशित करने में आसानी होगी।
'life is short, live it to the fullest'

सूचना :
आपका जवाब आपको यहां न दिखे तो कृपया परेशान ना हों ! माडरेशन ऑन रखा गया है, इसलिए केवल ग़लत जवाब ही प्रकाशित किए जाएँगे ! सही जवाबों को समय सीमा से पूर्व प्रकाशित नहीं किया जाएगा ! जवाब देने की समय सीमा कल यानि सोमवार दोपहर 2 बजे तक है ! उसके बाद आये हुए जवाब को प्रकाशित तो किया जाएगा किन्तु परिणाम में शामिल करना संभव नहीं होगा ! क्विज़ का परिणाम कल यानि सोमवार को रात्रि 7 बजे घोषित किया जाएगा !
----- क्रिएटिव मंच


thankyou04qv7

सोमवार, 20 दिसंबर 2010

अहमद हुसैन & मोहम्मद हुसैन और बब्बू मान

क्विज संचालन ---- प्रकाश गोविन्द


प्रिय साथियों
नमस्कार !!!
हम आप सभी का क्रिएटिव मंच पर अभिनन्दन करते हैं।

'
सी.एम.ऑडियो क्विज़- 2'
आयोजन में भाग लेने वाले सभी विजेताओं और अविजेताओं को बधाई। कल की क्विज़ में मिले जुले उत्तर प्राप्त हुए और अधिकतर प्रतिभागी सिर्फ एक ही जवाब सही दे सके, जिससे ऐसा लगा कि ग़ैर फ़िल्मी गीत -ग़ज़लों के शौक़ीन कम लोग हैं। क्विज में पूछी गयी दोनों गज़लें बहुत ही लोकप्रिय रही हैं और इनके गायकों के नाम संगीत प्रेमियों के लिए नए नहीं हैं। जिन्होंने दोनों ग़ज़लों के गायकों को पहचान लिया उनके संगीत शौक को हम सलाम करते हैं ।

अपना स्नेह बनाये रखिये। आप की प्रतिक्रिया और सुझावों की प्रतीक्षा रहेगी। आप से अब अगले रविवार 'सी.एम.ऑडियो क्विज- 3' के साथ मुलाकात होगी।

समस्त विजेताओं व प्रतिभागियों को
एक बार पुनः बहुत-बहुत बधाई और शुभ कामनाएं।

**************************************
अब आईये -
'सी.एम.ऑडियो क्विज-2' के पूरे परिणाम के साथ ही क्विज में पूछे गए
ग़ज़ल गायकों के बारे में बहुत संक्षिप्त जानकारी प्राप्त करते हैं :
glitter
1- अहमद हुसैन और मोहम्मद हुसैन
ahd hussain mhd hussainजयपुर और राजस्थान को अपने संगीत का हमसफर मानने वाले उस्ताद अहमद हुसैन और मोहम्मद हुसैन का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है। अपने वतन और अपनी सरज़मीं से जुड़कर संगीत के पुरकशिश सुरों को सारी दुनिया में चंदा की चांदनी की भांति छिटकाने वाले हुसैन बंधु और जयपुर एक-दूसरे का पर्याय कहे जा सकते हैं।

गज़लों के शेरों में जयपुर और राजस्थान को अहमियत देकर हुसैन बंधुओं ने अपनी ग़ज़लों की तरह ही अपनी सरज़मीं का भी नाम रोशन किया है। इस्लाम के दीन से बेइंतहा मोहब्बत करने वाले हुसैन बंधुओं ने भजनो और शबद कीर्तनों के गायन से मज़हबी एकता की अनूठी मिसाल कायम की है। हुसैन बंधुओं के इसी अंदाज ने उन्हें कला जगत में अलग पहचान दिलाई है। उनके भजनों में सरस्वती और गणेश वंदना बेहद प्रभावी एवं मन को छू लेने वाले हैं | उनके 'श्रद्धा' और 'भावना' नाम के दो प्रारम्भिक एल्बम आज भी संगीत प्रेमियों को बहुत प्रिय हैं और बहुत चाव से सुने जाते हैं |

गज़ल गायकी की परंपरागत शैली में अपनी सोच का शुमार करते हुए उसे शास्त्रीयता के गहने पहनाकर अलग पहचान दिलाने वाले उस्ताद अहमद हुसैन और मोहम्मद हुसैन को 4 जून 2010 में लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया था।

रेफरेंस- दैनिक भास्कर.काम और वेब दुनिया
glitter
2- तेजिंदर सिंह मान "बब्बू मान" :
BabbuMaanभारत के पंजाब राज्य के फतेहगढ़ साहिब ज़िला के खंत मानपुर गांव में मार्च 17, 1975 को जन्मे तेजिंदर सिंह मान जिन्हें हम आज बब्बू मान के नाम से जानते हैं वे एक प्रसिद्द पंजाबी गायक एवं गीतकार, अभिनेता और निर्माता हैं।

बचपन से संगीत के शौक़ीन वे हर बात को एक संगीतकार के नज़रिये से देखते, यहां तक कि रसोई घर के बर्तनों को भी वे संगीत के साज़ बनाकर उनसे भी सुरीली तान छेड़ दिया करते थे. लगभग 16 साल की उम्र में, जब वे स्कूल (पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़) में थे, उन्होंने गीत-रचना करना सीखा। कॉलेज के बाद वे गायन और संगीत-रचना करने लगे। वे उन गिने-चुने गायकों में से हैं जो अपने सभी गीतों के बोल ख़ुद लिखते हैं। केवल 23 साल की उम्र में ही उन्होंने मावी म्यूज़िक रेकॉर्डिंग स्टूडियो के लिए गाकर अपना पहला ऐल्बम रेकॉर्ड किया।

इस तरह 1998 में अपने ऐल्बम सज्जन रूमाल दे गिया से उन्होंने संगीत करियर की शुरुआत की। 'मेरा ग़म' उनका बेहद सफ़ल और लोकप्रिय हिंदी ऐल्बम है। 25 मार्च 2010 को मान अपनी नयी फ़िल्म 'एकं -धरती की संतान' (Ekam - Son of Soil) में नज़र आये. यह फ़िल्म बॉक्स ऑफिस पर काफ़ी चली. आज वे अत्यंत सफ़ल गायक हैं।
Reference-Wikipedia and http://www.maanfilms.com/ekam/
पेश है हुसैन भाईयों की गायी वही ग़ज़ल,
जिसकी क्लिप हमने क्विज में दी थी।

पेश है बब्बू मान की गायी वही ग़ज़ल,
जिसकी क्लिप हमने क्विज में दी थी।
glitter
"सी.एम.ऑडियो क्विज़- 2" के विजेता प्रतियोगियों के नाम
ashish
आशीष मिश्रा जी
shubham शुभम जैन जी aditi
अदिति चौहान जी
geet sangeet गीत संगीत जी shekhar शेखर सुमन जी manish
मनीष कुमार जी
darshan
दर्शन बावेजा जी
indu ji इंदु अरोड़ा जी abhinav
अभिनव साथी जी
glitter
जिन प्रतियोगियों ने एक जवाब सही दिया
Shivendra Sinha
शिवेंद्र जी
yashvant mathur
यशवंत जी
shaheen
शाहीन जी
ishita_b
इशिता जी
zameer
ज़मीर जी
rana pratap singh
राना प्रतापजी
ana
अना जी
applause applause applause समस्त
विजताओं को बधाईयाँ
applause applause applause
applause applause applause applauseapplauseapplause applause applause applause
आशा है जो इस बार सफल नहीं हुए वो आगामी क्विज में अवश्य सफल होंगे
आप सभी का हार्दिक धन्यवाद

यह आयोजन मनोरंजन के साथ साथ ज्ञानवर्धन का एक प्रयास मात्र है !

अगर आपके पास कोई सुझाव हो तो हमें ज़रूर ई-मेल करें!
अंत में हम सभी प्रतियोगियों और पाठकों का पुनः आभार व्यक्त करते हैं
जिन्होंने क्रियेटिव मंच की क्विज़ में शामिल होकर हमारा उत्साह बढाया.
th_Cartoon
26 दिसंबर 2010, रविवार को हम ' प्रातः दस बजे' एक नई क्विज के साथ यहीं मिलेंगे !

सधन्यवाद
क्रियेटिवमंच
creativemanch@gmail.com
================
The End