आप सभी को नमस्कार !
क्रियेटिव मंच आप सभी का स्वागत करता है !
आप सभी प्रतियोगियों एवं पाठकों को बहुत-बहुत बधाई जिन्होने इस पहेली मे हिस्सा लिया ! कल C.M.Quiz -34 के अंतर्गत हमने गायन व संगीत के क्षेत्र से जुडी पांच जोड़ियों के चित्र दिखाए थे और प्रतियोगियों से उन्हें पहचानने को कहा था! जिस क्विज को हमने बेहद आसान समझा था वो प्रतियोगियों के लिए इस कदर कठिन सिद्ध होगी, यह हमारे लिए हैरत की बात है ! जिन गायकों की तस्वीरें हमने दी थीं, उन्हें हम लम्बे समय से टीवी, अखबार और पत्रिकाओं इत्यादि में देखते रहे हैं ... सुनते रहे हैं !
चित्रों के क्रमानुसार सही जवाब थे :- (1) वडाली बन्धु (2) राजेंद्र मेहता - नीना मेहता (3) अहमद हुसैन - मोहम्मद हुसैन (4) राजन मिश्र - साजन मिश्र (5) शर्मा बन्धु !!!
प्रतियोगियों में सिर्फ चार लोग ही ऐसे संगीत मर्मज्ञ ... संगीत रसिक थे, जिन्होंने पूर्णतयः सही जवाब दिए ! चारों ही विजेता हमारे लिए विशिष्ट विजेता हैं !अब C.M.Quiz के पहले राउंड की सिर्फ एक Quiz और शेष है ! उसके बाद पहला राउंड समाप्त हो जाएगा ! कुछ समय के अंतराल के पश्चात 'C.M.Quiz का दूसरा राउंड' शुरू होगा, जिसकी सूचना आप सभी को दे दी जायेगी ! सभी विजेताओं को हमारी तरफ से बहुत-बहुत बधाई और शुभ कामनाएं
आईये अब C.M.Quiz -34 में दिखाई गयी संगीत के क्षेत्र से जुडी इन प्रसिद्ध जोड़ियों के सम्बन्ध में संक्षिप्त जानकारी प्राप्त करते हैं और प्रतियोगिता का परिणाम देखते हैं :--
|
वडाली बन्धु [Wadali Brothers] |
पूरनचंद वडाली और प्यारेलाल वडाली भाईयों की इस जोड़ी को वडाली बन्धु के नाम से लोकप्रियता हासिल है. भारत के पंजाब में ' गुरु की वडाली '[अमृतसर] के रहने वाले इन बंधुओं में बड़े भाई पूरनचंद को उनके पिता ठाकुर दास ने संगीत सीखने के लिए प्रेरित क़िया। पूरनचंद ने पटिअला घराने के बड़े गुलाम अली खान और पंडित दुर्गा दास से संगीत की शिक्षा ली. प्यारेलाल को उनके बड़े भाई ने ही सिखाया. एक बड़े सम्मलेन में उन्हें भाग नहीं लेने दिया गया जिससे निराश हो कर उन्होंने हरबल्लभ मंदिर में अपना संगीत समारोह किया जहाँ आकाशवाणी के एक अधिकारी ने उन्हें सराहा और उनका पहला गाना रिकॉर्ड करवाया. वडाली बंधुओं ने ग़ज़ल, भजन, गुरबानी आदि गाये हैं. सूफी गायकी में उनका अपना एक विशेष स्थान है. वे आज भी अपने पुश्तैनी मकान में गुरु की वडाली में रहते हैं और निशुल्क संगीत सिखाते हैं। डिस्कवरी चेनेल के एक डाक्युमेंटरी में और फिल्म पिंजर में उन्होंने अपना संगीत दिया है. संगीत नाटक एकेडेमी पुरुस्कार[1991], पंजाब संगीत एकेडेमी अवार्ड [2003] तुलसी अवार्ड[1998], और 2005 में भारत सरकार की तरफ से पदम् श्री पुरुस्कार भी उन्हें प्राप्त हैं। |
*****************************************************************
राजेंद्र मेहता - नीना मेहता [Rajendra Mehta-- Neena Mehta] |
राजेंद्र मेहता - नीना मेहता की युगल जोड़ी ने ग़ज़ल गायकी में एक नया ट्रेंड ' पति पत्नी की युगल जोड़ी के रूप में स्थापित किया था जिसे बाद में जगजीत - चित्रा, भूपेंद्र- मिताली, राजकुमार रिजवी- इंद्राणी, रूपकुमार- सोनाली आदि जोड़ियों ने कायम रखा !
राजेंद्र मेहता का जन्म लाहोर [विभाजन से पूर्व] में 1936 में हुआ था ! बाद में वे लखनऊ स्थानातरित हो गाये. भारतखंडे विद्यापीठ से उन्होंने संगीत कि शिक्षा ली. 1942 में जन्मी नीना से उनकी मुलाकात 1963 में आकाशवाणी में हुई, 1966 में सगाई और 1967 में शादी हुयी ! मुम्बई में जन्मी नीना ने संगीत बचपन से ही सीखा, 11 वर्ष की आयु में ही उन्होंने पहला शो किया था ! राजेंद्र मेहता ने नीना को ग़ज़ल गायकी सिखाई क्योंकि वे पहले भजन और गुजराती गीत गाया करती थीं!
पति -पत्नी की इस कामयाब जोड़ी ने संगीत श्रोताओं के लिए - मंज़र-मंज़र, हमसफर, नगमागार, रूबरू, हार्ट टू हार्ट, ओह्म नमः शिवाय, जैसे संकलन के बेहतरीन एल्बम प्रस्तुत किये !
|
*****************************************************************
अहमद हुसैन - मोहम्मद हुसैन [Ahmed Hussain--Mohammed Hussain] |
अहमद हुसैन मोहम्मद हसैन साहब की जोड़ी कमाल की है, गायकी में गज़ब की हारमनी पैदा करते हैं, दोनों की आवाज़ का सुरूर ही कुछ ऐसा है कि इनकी कुछ गज़लों को बार बार सुनने का मन करता है ... 'मैं हवा हूँ कहाँ वतन मेरा' , 'चल मेरे साथ ही चल', 'दो जवां दिलों का ग़म', 'आया तेरे दर पर दीवाना ... आदि गजलों में अपनी सुरीली आवाज का जादू बिखेरने वाले उस्ताद अहमद हुसैन और उस्ताद मोहम्मद हुसैन की जोड़ी का नाम गजल प्रेमियों की पसंदीदा जोड़ियों में शुमार है। दोनों भाई अपनी गायकी से ऐसा समा बांधते हैं कि हर कोई मंत्रमुग्ध 'वाह-वाह' कह उठता है ।
जयपुर [राजस्थान] में जन्मे और इंदौर [मध्य प्रदेश] को भी अपना घर मानने वाले इन दोनों भाईयों का संगीत की दुनिया में बहुत नाम है. प्रसिद्द ग़ज़ल और ठुमरी गायक उस्ताद अफज़ल हुसैन जयपुरी के पुत्र होने के कारण इन्हें संगीत में रूचि रही और शस्त्रीय संगीत में बहुत ही अच्छे तालीम दी गयी. इन्हें इनके गीत, कव्वाली, ग़ज़लों, भजन और शबद के लिए भी जाना जाता है. उनके भजनों में सरस्वती और गणेश वंदना अत्यंत गहन एवं हृदयस्पर्शी हैं | 1980 में इनका पहला एल्बम- 'गुलदस्ता' आया था, जिसे बहुत पसदं किया गया था. अब तक दोनों भाइयों के लगभग 65 एल्बमें बाजार में आ चुके है। इनमें कुछ अन्य एल्बमों के नाम- हमख्याल, मेरी मोहब्बत, द ग्रेट गजल्स, कृष्ण जनम भयो आज, कशिश, रिफाकत, याद करते रहे, नूर-ए-इस्लाम, रहनुमा, राहत, मेरी मोहब्बत, दसम ग्रन्थ आदि प्रमुख है। इनके श्रद्धा और भावना नाम के दो प्रारम्भिक एल्बम आज भी संगीत रसिकों को बहुत प्रिय है और शिद्दत से सुने जाते हैं | हाल ही में यश चोपड़ा की फिल्म वीर-ज़ारा में हिट गीत 'आया तेरे दर पे दीवाना' भी इन्ही हुसैन बंधुओं ने गाया था! 'सारेगामा' कार्यक्रम से प्रसिद्धि प्राप्त मोहमद वकील इन्हीं बंधुओं के भतीजे हैं ,और उन्होंने ही उसे संगीत शिक्षा दी है ! राजस्थान सरकार द्वारा स्टेट अवार्ड, राजस्थान संगीत नाटक अकेडमी अवार्ड, 'बेगम अख्तर अवार्ड', नईदिल्ली, उ.प्र. सरकार द्वारा 'मिर्जा गालिब अवार्ड', महाराष्ट्र सरकार द्वारा 'अपना उत्सव अवार्ड' आदि अनेक सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है।
|
*****************************************************************
राजन मिश्र - साजन मिश्र [Rajan Mishra--Sajan Mishra] |
400 साल की पारिवारिक परम्परा को आगे बढ़ाते हुए इन दोनों भईयों को संगीत जगत में बहुत ही सम्मान से देखा जाता है. बनारस घराने में जन्मे पंडित राजन और पंडित साजन मिश्रा को संगीत की शिक्षा उनके दादा जी पंडित बड़े राम जी मिश्रा और पिता पंडित हनुमान मिश्रा ने ही दी। साजन जी का विवाह पंडित बिरजू महाराज की पुत्री- 'कविता' से हुआ था और राजन जी का विवाह पंडित दामोदर मिश्र की पुत्री- 'बीना' से हुआ था ! आज राजन जी के सुपुत्र - रितेश और रजनीश भी सफल गायक के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं ! साजन जी का पुत्र - 'स्वरांश' भी निरंतर संगीत साधना में रत है ! किशोरावस्था में 1978 में राजन-साजन जोड़ी ने श्रीलंका में अपना पहला विदेशी शो किया. आज इनकी आवाज सरहदों के पार- जर्मनी, फ्रांस, स्वीटजरलैंड, आस्ट्रेलिया, अमेरिका, ब्रिटेन, सिंगापुर, जैसे कितने ही मुल्कों में गूंजती है ! ख्याल शैली में अतुलनीय गायन के लिए लोकप्रिय इन भाईयों की जोड़ी को 1971 में प्रधानमंत्री द्वारा संस्कृत अवार्ड मिला, 1994-95 में गंधर्व सम्मान और 2007 में पदम् भूषण से नवाज़ा गया. इनके 20 से अधिक एल्बम संगीत प्रेमियों के लिए उपलब्ध हैं। वैसे तो मशहूर राजन और साजन मिश्रा ने कभी फिल्मों के संगीत निर्देशन के सम्बन्ध में कभी अपनी रूचि नहीं दिखाई, किन्तु अभी लखनऊ के निर्देशक राकेश मंजुल की फिल्म- 'तेरा देश, मेरा देश' के लिए संगीत निर्देशन की सहमति दी है।
|
*****************************************************************
- शर्मा बन्धु - [Sharma Brothers] |
'सूरज की गर्मी से तपते हुए तन को मिल जाए तरुवर की छाया' ...... कभी किसी समय फ़िल्म- परिणय के इस भजन के माध्यम से गायक शर्मा बंधुओं ने हिन्दुस्तानी संगीत प्रेमियों को अत्यंत आनंदित और आहलादित किया था। उज्जैन निवासी गोपाल शर्मा ,सुखदेव शर्मा ,कौशलेन्द्र शर्मा और राघवेन्द्र शर्मा ये चारों भाई शर्मा बन्धु के नाम से जाने जाते हैं. भजन गायकी में एक नया ट्रेंड स्थापित करने का श्रेय इन्हीं भाईयों को जाता है. चारों मिलकर जब कोई भजन गाते हैं तो भक्ति भाव का बेहद अदभुत वातावरण बन जाता है. शर्मा बंधुओं की निर्झर कल-कल बहती अमृत वाणी से भगवान महादेव की स्तुति सुनना अविस्मर्णीय अनुभव है। शर्मा बंधुओं के गाये अन्य भजन- 'तेरा मेरा मेरा तेरा...', 'मेरे घनश्याम...', 'जिनके ह्रदय श्री राम बसे...', 'सुमिरन करले मेरे मन...' इत्यादि आम जनमानस में बहुत लोकप्रिय हैं! भक्तिपूर्ण भाव से ओत-प्रोत भजनों को सुनने के लिए शर्मा बंधुओ के अनेक एल्बम उपलब्ध हैं, जिनमें 'श्री राम दरबार', 'संतों के अनुभव', 'भजन सुमन', एवं 'श्री राम शरणम् नमः' इत्यादि एल्बम के नाम प्रमुख हैं ! |
C.M. Quiz - 34
प्रतियोगिता का पूरा परिणाम :
|
***********************************************************
आशा है जो इस बार सफल नहीं हुए अगली बार अवश्य सफल होंगे
आप लोगों ने प्रतियोगिता में शामिल होकर
इस आयोजन को सफल बनाया जिसकी हमें बेहद ख़ुशी है
आप सभी लोगों का हार्दिक धन्यवाद
यह आयोजन हम सब के लिये मनोरंजन ओर ज्ञानवर्धन का माध्यम है !आपके पास कोई सुझाव हो तो हमें जरूर ई-मेल करें!अंत में हम सभी प्रतियोगियों और पाठकों का आभार व्यक्त करते हैंजिन्होंने क्रियेटिव मंच की क्विज़ में शामिल होकर हमारा उत्साह बढायाअगले रविवार (Sunday) को हम ' प्रातः दस बजे' पहले राउंड की
आख़िरी क्विज के साथ यहीं मिलेंगे !
सधन्यवाद
क्रियेटिवमंच
creativemanch@gmail.com
================
itni jaldi result is baar ???
जवाब देंहटाएंkajal ji, rajendra ji, alpana ji aur uadan tastari ji ko bahut badhayi.
mere bhi 3 answer ekdam sahi the.
sabhi ko badhayi
जवाब देंहटाएंnice quiz
nice blog
सभी को बधाई..इस बार तो हम भी आ लिए विजेताओं में. :)
जवाब देंहटाएंC.M.Quiz- 34 का परिणाम
जवाब देंहटाएंकृपया ध्यान दें काजल जी ने नाम गलत बताया है
नीना मेहता को नीता मेहता लिखा है !
नीता मेहता एक अभिनेत्री का नाम है , जबकि नीना मेहता राजेन्द्र मेहता की पत्नी है !
कृपया , भूल सुधार करलें
राजेन्द्र स्वर्णकार
सभी संगीत के विशेषज्ञं विजेताओं को बधाई
जवाब देंहटाएंउड़न तस्तरी जी तो चित्र में गायक, संगीतकार और निर्देशक सभी कुछ लग रहे हैं
हमें तो इन्तजार है बस अगले राउंड का
जीनियस अल्पना जी का आशीर्वाद चाहिए
congratulations to aal winners.
जवाब देंहटाएंmere hisaab se kathin thi quiz.
rajan-sajan mishra ji ko kabhi nahi dekha.
सभी विजेताओं को बहुत बहुत बधाई .
जवाब देंहटाएंबहुत ही कम ही सही जवाब तक पहुंचे...
वडाली बंधुओं का गाया 'याद पिया की आये 'बेहद लोकप्रिय रहा है..मुझे पसंद है.
इन सभी अद्भुत जोड़ियों के बारे में इतनी जानकारी पा कर बहुत अच्छा लगा.
ख़ास कर राजन-साजन मिश्रा के बारे में इतना नहीं मालूम था..आप ने तो उनके बेटों के बारे में भी जानकारी दी.
संगीत के क्षेत्र कि इन प्रसिद्द जोड़ियों के बारे में वाकई ज्ञानवर्धक पोस्ट
मुझे तो सब से अधिक आश्चर्य शर्मा बंधुओं के तालमेल पर लगता है .कैसे चार गायक इतना सटीक और एक स्वर में गा पाते हैं..चार स्वर एक स्वर ही लगते हैं...कितना समर्पण चाहिये!
जवाब देंहटाएंअद्भुत प्रतिभा है..
'जैसे सूरज की गरमी से 'आज भी बेहद प्रभावी लगता है.
कहाँ गए ये सभी सितारे?
@शिवेंद्र ...भाई आप के लिए हमेशा ही मेरी शुभकामनाएं हैं..अगला round आप ही जीतें.
जवाब देंहटाएंप्रिय राजेन्द्र जी
जवाब देंहटाएंआपका ऐतराज जायज है किन्तु आपने क्विज वाली पोस्ट पर पढ़ा होगा कि हमने प्रतियोगियों को छूट देते हुए लिखा था -
"अगर आपको नाम न पता हो तो संक्षिप्त परिचय भी दे सकते हैं !"
ऐसा भी हो सकता है कि 'काजल जी' से टाईपिंग मिस्टेक हो गयी हो ! दूसरी वजह यह भी हो सकती है कि आम तौर पर "नीता" नाम ही होता है तो काजल जी ने 'नीना' की जगह 'नीता' लिख दिया हो !
चारों 'शर्मा बंधुओं के नाम आपने तो एकदम सही लिखे लेकिन बहुत ही कम लोग हैं जो उनके नाम जानते हैं ! इसलिए हमने प्रतियोगियों को इस तरह की छूट की सुविधा दी थी ! अफसोस तो यह है कि इसके बावजूद भी निराशाजनक परिणाम रहा :))
स्नेह व आदर के साथ
-------------------------क्रिएटिव मंच
स्वागत!
जवाब देंहटाएंवैसे मैंने ऐतराज़ नहीं ध्यान ही दिलाया था।
काजल जी को बधाई !
music pasand to bahut hai lekin itna jyada details nahi maalum hai
जवाब देंहटाएंkaajal ji aur sabhi winners ko congratulation
aapne sundar jankari di.
thanks
kajal ji, alpna ji, rajendra ji aur udan tastari ji ko jeet mubarak ho
जवाब देंहटाएंbahut hi knowledge wali quiz rahi
mujhe husain brothers ke gaaye bahut sa gaane pasand hain ...khaas taur pe jinka aapne jikr kiya hai- 'मैं हवा हूँ कहाँ वतन मेरा' , 'चल मेरे साथ ही चल', 'दो जवां दिलों का ग़म',
rajendra-neena mehta ji ka gaya ek gaana bahut pasand hai- 'shama jalaane tajmahal men aa jana'
baaki ke baare men ab tak nahi pata tha ...sorry sir
Congratulations to all winners.
जवाब देंहटाएंI am also a music lover but i really did not know about them.
Suggestion-you should have given link to their one song [at least ]in your post.People like me would get benefit.
No problem ,Now I will search on web.
Thanks for this valuable information.
kajal kumar sahit sabhi vijetao ko bahut badhai...
जवाब देंहटाएंसभी चारों धुरंधरों को बधाई,
जवाब देंहटाएंवाकई काफी कम लोगों ने इस बार हिस्सा लिया...
आशा है अगली बार काफी लोग बढ़-चढ़ कर भाग लेंगे... :)
सभी विजेताओं को बहुत बहुत बधाई !!
जवाब देंहटाएंसंगीत के पुरोधाओं से विस्तृत परिचय कराया आपने. आभार.
very difficult question raha is baar.
जवाब देंहटाएंpar bahut hi gyan wardhak.
is manch ki garima dino din badti ja rahi hai
sabhi vijetaon ko bahut bahut badhaii.
aadarniy udan tashtari ji aapka ud kar aana acch alaga.
:)
The name of asoka shines in the history of the world.He is remerbered not because he won the great battle of kalinga but because he left no stone unturned in serving humanity and exercised restraint over his ownself. what counts is the strength of the mind and not the might of the muscles xactly i think that every profession is as similar as this.
जवाब देंहटाएंthank to yoy
जवाब देंहटाएंअरे! मुझे तो पता ही नहीं था कि मैं इस प्रतियोगिता में विजेता भी रहा हूं कभी. मैंने तो ये पोस्ट आज ही देखी. नीना/नीता के बारे भी पढ़ा... मैं रेमिंगटन हिन्दी कीबोर्ड प्रयोग करता हूं (इसमें हिन्दी स्टिकर नहीं हैं, तुक्के ही लगा देता हूं) व इसमें 'न' व 'त' दोनों ही के लिए index finger का प्रयोग होता है अंतर दाएं व बाएं क्रमश: का है... हो सकता है मैंने ग़लत टाइप कर मारा हो. दूसरे, मुझे जहां तक याद आता है मैंने राजेन्द्र मेहता भी ज़रूर लिखा होगा....बहरहाल मैं भी कहां गड़े मुर्दे उखाड़ने बैठ गया... :)
जवाब देंहटाएं