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शुक्रवार, 28 अगस्त 2009
दो उत्कृष्ट कवितायें
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गुरुवार, 27 अगस्त 2009
फिल्म- 'जाने भी दो यारों', 'अर्थ' और 'सौदागर'
फिल्म-जाने भी दो यारों
निर्देशक- कुंदन शाह
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फिल्म– अर्थ
निर्देशक- महेश भट्ट
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फिल्म- सौदागर
निर्देशक- सुधेंदु रॉय
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प्रथम स्थान : - प्रशान्त कुमार (काव्यांश)
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द्वितीय स्थान : - सीमा गुप्ता जी
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तृतीय स्थान : - नीरज गोस्वामी जी
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चौथा स्थान : - अल्पना वर्मा जी
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पांचवा स्थान : - शुभम जैन जी
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छठा स्थान : - सुजीत जी
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सातवाँ स्थान : - सागर नाहर जी
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सभी विजेताओं को हार्दिक बधाई !
सभी प्रतियोगियों और पाठकों को शुभकामनाएं !
आप लोगों ने उम्मीद से बढ़कर प्रतियोगिता में शामिल होकर इस आयोजन को सफल बनाया,
जिसकी हमें बेहद ख़ुशी है ! आप सभी लोगों का धन्यवाद,
यह आयोजन हम सब के लिये मनोरंजन और ज्ञानवर्धन का
माध्यम है ! आपके पास कोई सुझाव हो तो हमें जरूर ई-मेल करें !
अंत में हम सभी प्रतियोगियों और पाठकों का आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने क्रियेटिव मंच की क्विज़ में शामिल होकर हमारा उत्साह बढाया !
अगले बुधवार को एक नयी क्विज़ के साथ हम यहीं मिलेंगे !
सधन्यवाद
क्रियेटिव मंच
creativemanch@gmail.com
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बुधवार, 26 अगस्त 2009
C.M.Quiz -2 [ये किन तीन फिल्मों के दृश्य हैं]
आप सभी को नमस्कार ! क्रियेटिव मंच आप सभी का स्वागत करता है ! बुधवार को सवेरे 9.00 बजे पूछी जाने वाली क्विज में एक बार हम फिर हाजिर हैं ! सुस्वागतम |
इस बार की क्विज़ के अर्न्तगत नीचे तीन क्लासिकल हिंदी फिल्मों के
द्रश्य दिखाए गए हैं !
आपको तीनों चित्रों को ध्यान से देखकर बताना है :
फिल्मों और उनके निर्देशकों (डायरेक्टर) के नाम ! |
आज के 'C.M. Quiz- 2' चैम्पियन
सूचना : माडरेशन ऑन रखा गया है इसलिए आपकी टिप्पणियों को प्रकाशित होने में समय लग सकता है ! सभी प्रतियोगियों के जवाब देने की समय सीमा रात 9.00 तक है ! क्विज का परिणाम कल सवेरे 9.00 बजे घोषित किया जाएगा ! ---- क्रियेटिव मंच |
विशेष सूचना : किसी भी प्रतियोगी के तीन बार प्रथम विजेता बनने पर 'क्रियेटिव मंच' की तरफ से एक आकर्षक प्रमाण-पत्र दिया जाएगा ! ---- क्रियेटिव मंच |
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रविवार, 23 अगस्त 2009
ठहाका एक्सप्रेस - 1
Laughter is the Best Medicine |
एक आदमी ने अपने घर फोन किया तो उधर से एक अनजान महिला की आवाज आई। 'कौन ?' - आदमी ने पूछा। 'मैं घर की नौकरानी बोल रही हूं ...' - महिला ने उत्तर दिया। 'लेकिन हमारे घर में तो कोई नौकरानी नहीं है।' - आदमी ने कहा। 'मुझे घर की मालकिन ने आज सुबह ही नौकरी पर रखा है।' नौकरानी ने जवाब दिया। 'अच्छा ठीक है, सुनो। इस वक्त तुम्हारी मालकिन कहां हैं ? मुझे उनसे बात करनी है।' - आदमी ने कहा । 'वह तो बेडरूम में हैं। अपने पति के साथ।' - नौकरानी ने जवाब दिया। 'क्याऽऽऽ…? पति के साथ……? पर उसका पति तो मैं हूं …….. ' - आदमी गुस्से से भन्ना गया। उसने एक मिनट कुछ सोचा फिर बोला - 'हैलो ….. सुनो क्या तुम पचास हजार रूपये कमाना चाहोगी?' 'हां… । पर मुझे करना क्या होगा?' - नौकरानी ने पूछा । 'तुम मेरी अलमारी से बंदूक निकालो और उस कुतिया और उसके साथ जो आदमी है उसे गोली से उड़ा दो।' नौकरानी ने फोन नीचे रख दिया। आदमी ने पहले कदमों की और फिर दो गोलियां चलने की आवाज फोन पर सुनी। नौकरानी ने वापस फोन उठाया और पूछा - 'अब इन लाशों का क्या करूं ?' 'उन्हें स्वीमिंग पूल में डाल दो।' - आदमी ने कहा । '...पर आपके घर में तो स्वीमिंग पूल नहीं है !' - नौकरानी ने जवाब दिया। लगभग तीन-चार मिनट तक दोनों तरफ खामोशी छाई रही फिर आदमी की आवाज आई - ”क्या ये नम्बर 7457965 ही है ? |
एक आदमी की डेथ के बाद उसका दोस्त उसकी बीबी से बोला : क्या मैं आपके पति की जगह ले सकता हूँ ? औरत ने जवाब दिया : मुझे कोई ऐतराज नहीं है ... आप कब्रिस्तान वालों से पूछ लीजिये ! |
दो भाई थे। एक की उम्र 8 साल दूसरे की 10 साल। दोनों बड़े ही शरारती थे। उनकी शैतानियों से पूरा मोहल्ला तंग आया हुआ था। मातापिता रातदिन इसी चिन्ता में डूबे रहते कि आज पता नहीं वे दोनों क्या करें। एक दिन गांव में एक साधु आया। लोगों का कहना था कि बड़े ही पहुंचे हुये महात्मा है। जिसको आशीर्वाद दे दें उसका कल्याण हो जाये। पड़ोसन ने बच्चों की मां को सलाह दी कि तुम अपने बच्चों को इन साधु के पास ले जाओ। शायद उनके आशीर्वाद से उनकी बुध्दि कुछ ठीक हो जाये। मां को पड़ोसन की बात ठीक लगी। पड़ोसन ने यह भी कहा कि दोनों को एक साथ मत ले जाना नहीं तो क्या पता दोनों मिलकर वहीं कुछ शरारत कर दें और साधु नाराज हो जाये। अगले ही दिन मां छोटे बच्चे को लेकर साधु के पास पहुंची। साधु ने बच्चे को अपने सामने बैठा लिया और मां से बाहर जाकर इंतजार करने को कहा । साधु ने बच्चे से पूछा - ”बेटे, तुम भगवान को जानते हो न ? बताओ, भगवान कहां है ?” बच्चा कुछ नहीं बोला बस मुंह बाए साधु की ओर देखता रहा। साधु ने फिर अपना प्रश्न दोहराया । पर बच्चा फिर भी कुछ नहीं बोला। अब साधु को कुछ चिढ़ सी आई। उसने थोड़ी नाराजगी प्रकट करते हुये कहा - ”मैं क्या पूछ रहा हूं तुम्हें सुनाई नहीं देता । जवाब दो, भगवान कहां है ?” बच्चे ने कोई जवाब नहीं दिया बस मुंह बाए साधु की ओर हैरानी भरी नजरों से देखता रहा। अचानक जैसे बच्चे की चेतना लौटी। वह उठा और तेजी से बाहर की ओर भागा। साधु ने आवाज दी पर वह रूका नहीं सीधा घर जाकर अपने कमरे में पलंग के नीचे छुप गया। बड़ा भाई, जो घर पर ही था, ने उसे छुपते हुये देखा तो पूछा - ”क्या हुआ ? छुप क्यों रहे हो ?” ”भैया, तुम भी जल्दी से कहीं छुप जाओ।” बच्चे ने घबराये हुये स्वर में कहा। ”पर हुआ क्या ?” बड़े भाई ने भी पलंग के नीचे घुसने की कोशिश करते हुये पूछा। ”अबकी बार हम बहुत बड़ी मुसीबत में फंस गये हैं। भगवान कहीं गुम हो गया है और लोग समझ रहे हैं कि इसमें हमारा हाथ है !” |
बंता : बॉस, मैंने शादी कर ली है, अब तो मेरी सेलेरी बढ़ा दीजिए... बॉस : फैक्टरी परिसर से बाहर होने वाली दुर्घटनाओं के लिए हम जिम्मेदार नहीं हैं ! |
आप भी अगर कोई जोक्स, हास्य कविता या दिलचस्प संस्मरण भेजना चाहते हैं तो हमें मेल कर सकते हैं ,, आपका स्वागत है ! रचना को आपके नाम व परिचय के साथ प्रकाशित किया जाएगा ! क्रियेटिव मंच creativemanch@gmail.com |
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गुरुवार, 20 अगस्त 2009
राधा कृष्ण मंदिर, कानपुर (उत्तर प्रदेश)
क्रियेटिव मंच आप सभी लोगों का स्वागत करता है !
आप लोगों ने उम्मीद से बढ़कर प्रतियोगिता में शामिल होकर
आयोजन को सफल बनाया , जिसकी हमें बेहद ख़ुशी है !
कल पूछे गए C.M. Quiz - 1 का सही जवाब था :- राधा कृष्ण मंदिर, कानपुर (उत्तर प्रदेश) |
-- राधा कृष्ण मंदिर, कानपुर --
यह मंदिर जे. के. मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। बेहद खूबसूरती से बना यह मंदिर जे. के. ट्रस्ट द्वारा बनवाया गया था। प्राचीन और आधुनिक शैली से निर्मित यह मंदिर कानपुर आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र रहता है। यह मंदिर मूल रूप से श्रीराधाकृष्ण को समर्पित है। इसके अलावा श्री लक्ष्मी नारायण, श्री अर्धनारीश्वर, नर्मदेश्वर और श्री हनुमान को भी यह मंदिर समर्पित है।
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प्रतियोगिता का परिणाम
C.M. Quiz - 1 का जवाब सिर्फ दो लोगों ने सही दिया !
भूतनाथ जी और अल्पना जी को क्रियेटिव मंच की टीम की तरफ से हार्दिक बधाई |
प्रथम स्थान :- भूतनाथ जी
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विशेष सूचना :
किसी भी प्रतियोगी के तीन बार प्रथम विजेता बनने पर
'क्रियेटिव मंच' की तरफ से एक आकर्षक प्रमाण-पत्र दिया जाएगा ! |
आप सभी लोगों का धन्यवाद
यह आयोजन हम सब के लिये मनोरंजन ओर ज्ञानवर्धन का माध्यम है !
अगर आपके पास कोई सुझाव हो तो हमें जरूर ई-मेल करें ! अंत में हम निम्न सभी प्रतियोगियों और पाठकों का आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने क्रियेटिव मंच की क्विज़ में शामिल होकर हमारा उत्साह बढाया। अगले बुधवार को एक नयी क्विज़ के साथ हम यहीं मिलेंगे !
सधन्यवाद
क्रियेटिव मंच
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आपका क्या कहना है??
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