===========================
'C.M.Quiz - 18' का परिणाम
===========================
रेखा जी बनीं चैम्पियन
नमस्कार ! क्रियेटिव मंच आप सभी लोगों का स्वागत करता है ! आप सभी को बहुत-बहुत बधाई जिन्होने इस पहेली मे हिस्सा लिया !
कल 'C.M.Quiz -18' के अंतर्गत हमने पांच चर्चित टीवी सीरियल तस्वीरें दिखाई थीं और प्रतियोगियों से उन्हें पहचानने के लिए कहा था ! कई प्रतियोगियों ने सीरियल पहचान लिए, तो कई ने अभिनेताओं को पहचान लिया ! पूरी तरह सही जवाब सिर्फ और सिर्फ दो लोगों ने दिए ! हमारे लिए बेहद प्रसन्नता की बात ये भी रही कि आज एक और प्रतियोगी को चैम्पियन बनने का गौरव प्राप्त हुआ ! आज के प्रतियोगिता परिणाम के साथ ही क्रिएटिव मंच को एक सुपर चैम्पियन (सुश्री अल्पना वर्मा जी) और दो चैम्पियन (सुश्री शुभम जैन जी एवं सुश्री रेखा प्रहलाद जी) मिल गयीं ! अभी तक एक भी पुरुष का इस लिस्ट में नाम न शामिल होना हैरत की बात है ! चैम्पियन बनने पर रेखा जी को बहुत-बहुत बधाई ! |
C.M.Quiz - 18 का सही जवाब : 1. मालगुडी डेज (अनंत नाग) 2. ब्योमकेश बक्शी (रजित कपूर) 3. तेनालीरामा (विजय कश्यप) 4. मिर्ज़ा ग़ालिब (नसीरुद्दीन शाह) 5. भारत एक खोज (रोशन सेठ) |
| मालगुडी डेज |
प्रसिद्ध फिल्मकार शंकर नाग ने आर.के.नारायण की कहानियों पर आधारित टीवी धारावाहिक मालगुडी डेज का निर्माण किया था। यह धारावाहिक बेहद लोकप्रिय हुआ। इस धारावाहिक की एक विशेषता यह भी थी कि इसमें मालगुडी से जुडे कई रेखाचित्रों को आर.के. लक्ष्मण ने बनाया था। भारतीय अंग्रेजी लेखकों में आर.के.नारायण सर्वाधिक लोकप्रिय रचनाकारों में से एक हैं जिन्होंने मालगुडी डेज जैसी रचनाओं के जरिए भारतीय चरित्रों और परिस्थितियों को बेहद सरस एवं रोचक शैली में पेश करने में महारथ हासिल की। मालगुडी ब्रिटिश शासनकाल का एक काल्पनिक नगर है। इसके सारे पात्र खांटी भारतीय चरित्र हैं और सबकी अपनी विशिष्टताएं हैं। इसे नारायण की किस्सागोई शैली का कमाल कहा जा सकता है. मालगुडी से जुडे पात्रों को पढते हुए पाठकों को अपने जीवन के कुछ अंश नजर आते हैं। जीवन की वास्तविकताओं को उन्होंने इनके माध्यम से इतने सशक्त रूप से पेश किया है कि वे कालजई रचनाएं हो गई हैं। |
************************************************************
ब्योमकेश बक्शी
| |
ब्योमकेश बंगाली उपन्यासकार शरदेन्दु बंद्योपाध्याय के द्वारा लिखे बंगाली जासूसी उन्यासों का एक काल्पनिक चरित्र है। वकील से साहित्य -कार बने शरदिंदु बंद्योपाध्याय पर शेरलोक होम्स, फादर ब्राउन आदि लेखकों का बहुत प्रभाव था। 54 एपिसोड वाले इस सीरियल को 1993 में बसु चटर्जी ने निर्देशित किया था ! ब्योमकेश बक्शी (रजित कपूर)यानी सत्यान्वेषी यानी सत्य की खोज करने वाला। ब्योमकेश बक्शी अपने मित्र अजित बनर्जी (के.के.रैना) के साथ रहता है जो कि एक लेखक है। अपराध से जुड़े जटिल अनसुलझे केसों को ब्योमकेश अपनी गहरी दृष्टि और बुद्धि कौशल से सहज ही सुलझा लेता है। दूरदर्शन पर दिखाए गये जासूसी धारावाहिकों में यह अब तक का सबसे अधिक लोकप्रिय माना जाता है।
|
************************************************************
| तेनालीराम
|
दक्षिण भारत में महाराज कृष्ण देव राय व तेनालीराम के किस्से कुछ उसी प्रकार लोकप्रिय हैं जैसे उत्तर भारत में शाहंशाह अकबर और बीरबल के। राजा कृष्णदेव राय अच्छी सामाजिक व्यवस्था और उचित न्याय के कारण अपनी प्रजा में अत्यंत लोकप्रिय थे। दूर देश के पंडित भी अपने जटिल प्रश्नों को लेकर राजदरबार में आया करते थे। उन चुनौती भरे प्रश्नों का समाधान अकेले तेनाली राम अपने चातुर्य से कर दिया करते थे. तेनालीराम के तमाम किस्से उनकी चतुराई और तीक्ष्ण बुद्धि के परिचायक हैं। इन किस्सों को पढ़ने से निश्चय ही सोचने-विचारने की क्षमता तो बढ़ती ही है, साथ ही भरपूर मनोरंजन भी होता है। इन्हे दक्षिण का बीरबल भी कहा जाता है. तेनालीराम विपरीत परिस्थि तियों को भी अपने पक्ष में कर लेता था। उसकी कार्यशैली कुछ ऐसी थी कि काम भी निकल जाता और किसी का नुकसान भी नहीं होता, बल्कि लोग हंसने को विवश हो जाते। |
************************************************************
मिर्जा ग़ालिब
| |
तकरीबन दो दशक पहले गुलज़ार ने मूवी हाउस के बैनर तले सीरियल मिर्ज़ा गा़लिब बनाया था...नसिरुद्ददीन शाह ने मिर्ज़ा गा़लिब का किरदार अदा किया था...और रिसर्च का काम क़ैफ़ी आज़मी और गुलज़ार ने मिलकर किया था... संगीत जगजीत सिंह का था जो आज भी गुनगुनाया जाता है ... सीरियल तो खूबसूरत है ही, स्क्रिप्ट भी संजोकर रखने वाली है. उर्दू अदब में यूँ तो बडे - बडॆ उस्तादों ने शायरी को नए मकाम तक पहुंचाया , लेकिन मिर्ज़ा असदुल्लाह खां ’गालिब’ का अंदाज़ ही निराला है । गालिब के शेर सिर्फ़ मोहब्बत की शायरी की शिनाख्तगी ही नहीं हैं । उनका सारा फ़लसफ़ा इस दुनिया में आज भी उतना ही चलन में है , जितना शायद उनके दौर में रहा हो । गालिब की शायरी में हमें अपने आसपास के हर रंग की मौजूदगी का एहसास मिलता है । वे एक दौर के शायर नहीं हैं । वे अपनी पुरसुकूं शख्सियत, मानव-प्रेम, सीधा स्पष्ट यथार्थ और इन सबसे अधिक, दार्शनिक दृष्टि लेकर साहित्य में आये। |
************************************************************
| भारत एक खोज
|
किसी ज़माने में काफी मशहूर हुए सीरियल 'भारत एक खोज' निर्माण राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता श्याम बेनेगल ने किया था। इस सीरियल में मशहूर अदाकार नसीरुद्दीन शाह और रौशन सेठ ने प्रमुख भूमिका निभाई थी। भारत एक खोज जवाहरलाल नेहरू की किताब द डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया पर आधारित एक टीवी सीरियल है. इसमें 53 एपिसोड्स हैं. इस सीरियल में भारत की विविधता भरी संस्कृति और इतिहास के दर्शन होते हैं. एक-एक एपिसोड दुनिया के हर शिक्षित और अशिक्षित व्यक्ति के लिए आज भी एक अद्भुत ज्ञान-वर्धक अनुभव हो सकता है। चाहे वे ऋगवेद काल की बात करते एपिसोड हों, जाति और वर्ण व्यवस्था वाले एपिसोड हों, रामायण और महा भारत के अंश अथवा चाणक्य और चंद्रगुप्त से लेकर देश के बंटवारे तक के एपिसोड हों, ये सारे के सारे इतिहास को जीवंत कर देने वाले भाग थे। भारतीय टेलीविज़न के इतिहास में फिर कोई ऐसा काम अब तक नहीं हुआ है। |
C.M. Quiz - 18 प्रतियोगिता का पूरा परिणाम : |
प्रथम स्थान : सुश्री रेखा प्रहलाद जी |
जैसा कि आपको मालूम है तीन बार प्रथम विजेता बनने पर चैम्पियन का खिताब घोषित किया जाता है ! आज आदरणीय रेखा प्रहलाद जी क्रिएटिव मंच क्विज की चैम्पियन बन गयीं हैं ! रेखा जी इससे पहले C.M.Quiz-13 और C.M.Quiz-14 की प्रथम विजेता बन चुकी हैं, आज C.M.Quiz-18 की भी प्रथम विजेता होने और चैम्पियन बनने पर क्रिएटिव मंच की पूरी टीम हार्दिक बधाई देती है ! बहुत शीघ्र रेखा जी को चैम्पियन का प्रमाण-पत्र भेजा जाएगा ! ढेरों शुभकामनायें ! |
जिन्होंने चार सही जवाब देकर बेहतरीन प्रयास किया : |
|
आशा है जो इस बार सफल नहीं हुए अगली बार अवश्य सफल होंगे
सभी प्रतियोगियों और पाठकों को शुभकामनाएं
आप लोगों ने उम्मीद से बढ़कर प्रतियोगिता में शामिल होकर
इस आयोजन को सफल बनाया, जिसकी हमें बेहद ख़ुशी है !
सुश्री रेखा प्रहलाद जी, श्री शिवेंद्र सिन्हा जी, श्री आनंद सागर जी, सुश्री पूर्णिमा जी
मियां हलकान जी, श्री मनोज कुमार जी, सुश्री अल्पना वर्मा जी, श्री निर्भय जैन जी
सुश्री शुभम जैन जी, सुश्री शाहीन जी, सुश्री अदिति चौहान जी, श्री मानव सिन्हा जी
सुश्री शिल्पी जैन जी, श्री उड़न तस्तरी जी, हास्य फुहार जी, सुलभ सतरंगी जी
मुरारी पारीक जी, महाशक्ति जी, रामकृष्ण गौतम जी, सुश्री निर्मला कपिला जी
आप सभी लोगों का हार्दिक धन्यवाद,
यह आयोजन हम सब के लिये मनोरंजन ओर ज्ञानवर्धन का माध्यम है !
आपके पास कोई सुझाव हो तो हमें जरूर ई-मेल करें !
अंत में हम सभी प्रतियोगियों और पाठकों का आभार व्यक्त करते हैं,
जिन्होंने क्रियेटिव मंच की क्विज़ में शामिल होकर हमारा उत्साह बढाया
अगले बुधवार को हम 'रात्रि - सात बजे' एक नयी क्विज़ के साथ यहीं मिलेंगे !
सधन्यवाद क्रियेटिव मंच
creativemanch@gmail.com
================
The End
================