संता पहली बार चंडीगढ़ गया था। वह वहां का मशहूर रॉक गार्डेन देखना चाहता था। दुर्भाग्यवश, वह रॉक गार्डेन नहीं ढूंढ पाया। उसने एक पुलिस अधिकारी से पूछा, “माफ करें सर, मुझे रॉक गार्डेन जाना है। क्या आप मुझे वहां जाने का रास्ता बता सकते हैं?” पुलिस वाले ने कहा, “इस बस स्टॉप पर 46 नंबर की बस का इंतजार करो, वह तुम्हें सीधा रॉक गार्डेन पहुंचा देगी।” संता ने पुलिस अधिकारी को धन्यवाद कहा। छह-सात घंटे बाद शाम को पुलिस अधिकारी अपनी गाड़ी पर घूमता हुआ फिर उसी इलाके में आया। उसने देखा कि संता अब भी उसी बस स्टॉप पर बैठा बस का इंतजार कर रहा है। वह अपनी गाड़ी से उतरा और संता से पूछा, “रॉक गार्डेन पहुंचने के लिए मैंने तुम्हें 46 नंबर की बस के लिए इंतजार करने को कहा था। पर पूरा दिन बीतने जा रहा है … तुम यहीं क्यों हो ?” संता ने जवाब दिया, “चिंता की बात नहीं है सर, अब थोड़ी ही देर बाकी है । 43 वीं बस गुजर चुकी है।” |
शेर सिंह ने अपने कारीगर से पूछा, ‘क्या राय साहब के घर के दरवाजे की घंटी ठीक कर आए?‘ कारीगर बोला, "कैसे करता? मैं काफी देर तक घंटी बजाता रहा, पर किसी ने दरवाजा ही नहीं खोला." |
नेता का बेटा : पापा मुझे भी राजनीति में उतरना है, कुछ टिप्स दीजिए। नेता : बेटा, राजनीति के तीन कठोर नियम होते हैं, चलो पहला नियम समझाता हूँ... नेताजी ने बेटे को छत पर भेज दिया और ख़ुद नीचे आकर खड़े हो गए। नेताजी : छत से नीचे कूद जाओ, बेटा : पापा, इतनी ऊंचाई से कुदूंगा तो हाथ-पैर टूट जायेंगे। नेताजी : बेझिजक कूद जा, में हूँ न, पकड़ लूँगा। लड़के ने हिम्मत की और कूद गया पर नेताजी नीचे से हट गए। बेटा धडाम से औंधे मुंह गिरा। बेटा: (कराहते हुए) : आपने तो कहा था मुझे पकडेंगे फिर हट क्यों गए। नेताजी : ये है पहला सबक - राजनीति में अपने बाप पर भी भरोसा मत करो... |
हमारे एक मित्र कानून का बहुत सम्मान करते हैं. उन्होंने एक नया फ्रिज ख़रीदा. अब समस्या थी कि पुराने फ्रिज का क्या करें. उन्होंने एक एजेंसी से बात की कि पुराने फ्रिज को बिना पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए डिस्पोज करने में कितने रुपए लगेंगे। एजेंसी ने एक मोटा खर्चा बता दिया. मित्र ने कुछ सोच कर फ्रिज घर के बाहर बगीचे में रख दिया और उस पर एक बोर्ड लगा दिया - आप चाहें तो इसे मुफ्त अपने घर ले जा सकते हैं। हफ्ता गुजर गया पर किसी ने फ्रिज को हाथ भी नहीं लगाया. मित्र ने फ़िर सोचा और बोर्ड बदल दिया. अब उस पर लिखा था - फ्रिज बिकाऊ है, मात्र 500 रुपए। दूसरे दिन ही फ्रिज चोरी हो गया। |
बंता सिंह घूमने के लिए कनाडा गया ! वहां समुंदर के किनारे आराम से बैठा हुआ था. एक युवती आई और बोली - "आर यू रिलेक्सिंग ?" बंता ने जवाब दिया - "नो आई एम् बंता सिंह." पांच ही मिनट बाद एक युवक टहलते हुए आया और पूछा - "आर यू रिलेक्सिंग ?" बंता का जवाब : "नो मिस्टर .. आई एम बंता सिंह." कुछ देर बाद फिर एक आदमी टहलता हुआ आया और मुस्कुराकर बोला - "आर यू रिलेक्सिंग ? बंता ने झल्लाकर जवाब दिया - "नो,..नो..नो...आई एम बंता सिंह." अब तक बंता का मूड अपसेट हो चूका था. उसने अपनी जगह ही बदल दी. बंता ने देखा कि पास ही एक सरदार चहलकदमी कर रहा है. लपक कर सरदार के पास पहुंचा और बोला - "आर यू रिलेक्सिंग ?" सरदार थोडा पढ़ा-लिखा था, जवाब में हसकर कहा - "यस .. आई एम रिलेक्सिंग." बस बंता ने आव देखा न ताव, सरदार को एक जोरदार थप्पड़ मारते हुए चीखा - "ईडियट ... सब लोग तुझे वहां ढूंढ रहे हैं और तू यहाँ मौज मार रहा है." |
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