बुधवार, 5 मई 2010

श्रेष्ठ सृजन प्रतियोगिता - 9 का परिणाम

प्रतियोगिता संचालन :- - प्रकाश गोविन्द


srajan result 9

प्रिय मित्रों/पाठकों/प्रतियोगियों नमस्कार !!
आप सभी लोगों का हार्दिक स्वागत है

हम 'श्रेष्ठ सृजन प्रतियोगिता अंक- 9' का परिणाम लेकर आप के सामने उपस्थित हैं. हमेशा की तरह इस बार भी सभी प्रतिभागियों ने सुन्दर सृजन किया ! बेहद हर्ष के साथ सूचित कर रहे हैं कि इस बार श्रेष्ठ सृजन का चयन डॉ.कुलवंत सिंह जी ने किया है.
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युवकों का आदर्श भगत सिंह, / हृदयों का सम्राट भगत सिंह /
हर कोख की चाहत भगत सिंह,/ शहादत की मिसाल भगत सिंह .
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ले हथेली शीश था आया,/ नेजे पर वह प्राण था लाया /
अभिमानी था, झुका नही था, / दृढ़ निश्चय था, रुका नही था
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मोल नही कुछ मान मुकुट का,/मोल नही कुछ सिंहासन का /
जीवन अर्पित करने आया,/ माटी कर्ज़ चुकाने आया. .
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इन देशभक्ति से परिपूर्ण ओजस्वी पंक्तियों के रचियता डॉ.कुलवंत सिंह जी हैं! हमने जब उनके ब्लॉग पर शहीद भगत सिंह को समर्पित यह काव्य-गाथा पढ़ी तो आँखें भर आयीं ! आप लोग भी कुलवंत जी की यह कालजयी रचना को पढ़कर उस राष्ट्रीयता की भावना को महसूस कीजिये जो आज विलुप्तप्राय हो चली है!

नौ अंकों के इस सफर में हमें बहुत ही अच्छी रचनाएँ प्राप्त हुईं. परिणाम में पारदर्शिता और निष्पक्षता रखने हेतु हर अंक के निर्णायक बदले गए, निर्णायकों को सिर्फ रचनाएँ भेजी जाती थीं. उन्हें निर्णय सार्वजानिक होने तक यह नहीं मालूम होता था कि कौन सी रचना किस ने लिखी है ! आप का सहयोग भी बना रहा और अब तक के सभी अंक निर्विवाद संपन्न हो सके !

इस बार हमें विभिन्न रचनाकारों की कुल अठ्ठारह रचनाएं प्राप्त हुयी थीं ! जिनमें से चार रचनाओं को शामिल कर पाने में हम असमर्थ थे !


पूरी उम्मीद है कि चारों रचनाकार तनिक भी अन्यथा न लेते हुए सदभाव बनाए रखेंगे ! अपने मन के भावों को शालीनता से भी कहा जा सकता है ... इस बार के सृजन में व्यक्ति विशेष पर लिखने की कोई बात ही नहीं थी ... हम तो चाहते थे कि दूषित होते लोकतांत्रिक मूल्यों पर बात कही जाए !

हमें प्रसन्नता है कि इस बार भी अत्यंत खुबसूरत रचनाएं प्राप्त हुयीं ! इस बार प्रथम क्रम पर दुष्यंत जोशी जी की राजस्थानी रचना का चयन किया गया ! द्वितीय और तृतीय क्रम पर क्रमशः सुश्री शुभम जैन जी एवं सुश्री सोनल रस्तोगी जी की रचनाओं को चुना गया !
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हम सृजन प्रतियोगिता को कुछ समय के लिए स्थगित कर रहे हैं.
कुछ समय पश्चात हम इस सृजन कार्यक्रम को पुनः जारी रखेंगे! इस दौरान क्रिएटिव मंच पर अन्य रचनात्मक व साहित्यिक गतिविधियाँ चलती रहेंगी. आप का सहयोग, स्नेह और प्रोत्साहन आगे भी क्रिएटिव मंच को मिलता रहेगा.

सभी सृजनकारों एवं समस्त पाठकों को बहुत-बहुत बधाई/शुभकामनाएं.

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श्रेष्ठ सृजन प्रतियोगिता- 9 में 'श्रेष्ठ सृजन' का चयन
डॉ.कुलवंत सिंह जी द्वारा
kulvant ji सुश्री मानवी जी एवं क्रिएटिव मंच से संबंधित आप सब मित्रों को सादर नमस्कार..

अति सुंदर कार्य के लिये..मेरा नमन...

प्रविष्टियों को क्रम देना......... एक कठिन कार्य है !
फिर भी दायित्व तो निभाना ही है ........

यथा-संभव चित्र से तालमेल, लय, शव्द शिल्प, भाव, गेयता, इत्यादि को ध्यान में रखते हुये...यह क्रम दिया गया है !

आप समस्त रचनाकारों को हार्दिक शुभ कामनाएं !

आभार
- कुलवंत
श्रेष्ठ सृजन प्रतियोगिता अंक- 9 का परिणाम
पिछले अंक का चित्र
adhunik loktantra
1. दुष्यंत जोशी जी
dushyant joshi
सोने सूं मूंगो हुवे,
फूलां रो गळ हार,
हार गल़े रो फूटरो,
चावे नर अर नार.

मो' माया रे जाळ में ,
फंस्या पड्या है लोग,
सत्ता जिण रे हाथ में ,
हुवे भाग संजोग.

जण साजे उण ने घणों,
जिण रे हाथां साज,
उण रे गल़े में हार है,
अर उण रे माथे ताज.

-- दुष्यंत जोशी, हनुमानगढ़ जं., राजस्थान

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* ये राजस्थानी कविता.......... इसमें कहा गया है कि गले के लिए फूलों का हार सोने से भी महंगा होता है.. लोग मोह और माया के जाल में फंसे हुए हैं. जिसके भाग्य में होता है.. सत्ता उसी के हाथ होती है. और जनता भी केवल उसी का सम्मान करती है... जिसके हाथ में राज-पाट होता है. उसी के गले में हार पहनाया जाता है और उसी को ताज पहनाया जाता है...
राजस्थानी शब्दों के अर्थ :-
मूंगो = महंगा, फूटरो = सुन्दर, चावे = चाहते, मो' माया = मोह माया, जाळ = झंझट, फंस्या = फंसे हुए , पड्या = पड़े , जिण = जिसके, हुवे = होता है, संजोग = संयोग, जण = जनता, उण = उसे, घणों = ज्यादा,
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एक तरफ सिर स्वर्ण मुकुट है
दूजे नंगी खाल है,
माया की वर्षा है इन पर
जनता भूखी बेहाल है/

गले फूल का हार पहन ये
खुद को प्रभु सा जाना है,
भला बुरा सब भूल कर बंधू
माया ज्ञान बखाना है/

प्रजातंत्र का राग सुना कर
अच्छा रास रचाया है,
भ्रस्टाचार और आतंकवाद को
नेताओ ने ही बढाया है/

आज के नेता देखो लोगो
नया शिगूफा गाते है,
देश महान कहो ना कहो
ये खुद को महान बताते है/
shubham jain ji
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sonal rastogi
ताज रक्खा या रखवाया
प्रदर्शन है शक्ति का
सत्ता का मद स्वयं में
विषय है आसक्ति का

ये आडम्बर की रीत तो
सदियों से जारी है
सदा मंच पर पुरुष था होता
अबकी बारी नारी है
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यह माया का लोकतंत्र
या लोकतंत्र की माया है
लोक हुआ नदारद देखो
दिखती महज काया है !!
मनुवाद के सीने चढ़कर
सिंहासन तक पहुंचे जो
आज उन्ही के रंग-ढंग में
मनुवाद का ओढा साया है !!
राजनीति के खेल ने बंधु
एक रंग में रंग डाला
चाल-चरित्र-चेहरे का अंतर
सबमें एक सा पाया है !!
aditi chauhan ji
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sulabh satrangi


सहस्त्र पुष्पमालाओं का वृत्त
राजसी मुकुट रूप मुखरित
पद प्रतिष्ठा आलिशान है
लोकतंत्र का भव्य सम्मान है.
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पराजित है लोकतंत्र
पराजित है जीवन मंत्र
संचालक हैं नेता
कठपुतली है जनता
आरोप है-प्रत्यारोप है
मिट रही आस है
टूटते विश्वास हैं
धार्मिक उन्माद है
जातिगत संकीर्णता है
क्रीड़ा बेशर्मों की
पीड़ा मासूमों की
हाय ............
औंधा पड़ा लोकतंत्र
पराजित लोकतंत्र
shivendra
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amit tyagi
चाहे कहे कोई कुछ कहानी
देश में तो मैं ही हूँ रानी
कभी पहनूं हार कभी मुकुट
जितने मुंह उतनी कहानी
दलित की बेटी का उत्थान
नहीं देख सकते लोग
इसलिए लगाते हैं
गलत आक्षेप लोग

माला पहनूं, हार पहनूं या पहनूं मुकुट
तुम सामने चिढ़ते रहो चिरकुट
जब तक जनता है मेरे साथ
तुम करते रहो उलटी सीधी बात

कोई फर्क नहीं पड़ता मुझे
जब तक सत्ता में हूँ,
चरण पूजना पड़ेगा तुझे.
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'नाम के नेता'
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नेताओं की बात करें क्या ,
नेता तो अभिनेता हैं.
फूलों की माला वो पहने,
चाहे नोटों की माला,
जनता की परवाह नहीं करते
करते हैं ये घोटाला ,

जो भी करता इनका वंदन,
बड़े बड़े पद पा जाएँ.
जो मुंह खोले, इन्हें टटोले ,
समझ निवाला खा जाएँ.
नेताओं की बात करें क्या,
'नाम' के ही ये नेता हैं!
alpana ji
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9. सुश्री कमलेश्वरी जी
kamleshwari ji
आधुनिक यह लोकतन्त्र,
इसका गहरा जान मन्त्र.
जग जीते ख़ुद जीत,
बन फिर सबका मीत.
चेहरे पर मुस्कान,
रख अपनों का ध्यान.
जहाँ जहाँ ही जाएगा,
हार- ताज तूं पाएगा.
प्रजातंत्र के नाम पे रचा अनूठा स्वांग
फूलों की माला से स्वागत नेताओं की मांग
नेताओं की मांग, मांग कुछ समझ न आए
कैसी है यह "माया" जो जनता को खाए
खुद बैठे 'बिल्डिंग' में 'पब्लिक' गटर में जाए
'एसी' में ये बैठे, हमको 'हवा' न आए
'माला' की माला ये रटते, करें दिखावा घोर
भाई-'बहनजी' का है नाता, चाहे कर लो शोर
ramkrishn gautam
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roshni ji
'हमारी प्यारी रानी'
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ओ हमारी रानी
कब बनोगी सायानी?
कभी पहनती फूलों की माला
तो कभी नोटों की
कभी बनवाती मूर्तियाँ अपनी
पैसा बहाती जनता की
कभी सवारी हाथियों की
तो कभी जनता की
पर याद रखो ओ रानी
करना न मनमानी
जनता ने जो प्यार दिया
करो उसका सम्मान
उनकी बातों को सुनो रानी
जिनकी कोई ना सुनता है
उन वर्गों का नेतृत्व करो
जो गलत राह को चुनता है
उन्हें सही राह पर लाना है
भटकने से बचाना है
जो जिम्मेदारी तुम्हें मिली है
उसे तुम्हें निभाना है
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पहले राज,
फिर ताज,
बाद में बाज,
यही है
राजनीति का राज..
12. रितुप्रिया शर्मा जी
ritu priya sharma
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deen dayal sharma

किसी को मिले हार,
किसी के गले हार,
किसी पे गिरे गाज़,
किसी ने पहना ताज,
सब ईश्वर की माया है,
कहीं धूप कहीं छाया है.
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ना कोई परी ना मै कोई हूर हूँ
आप गलत न समझे
मै सच मे बेकसूर हूँ
ये ताज भी मुझसे ,
न उठाया जा रहा है
देखो यहाँ जबरन ,
मेरा फोटॊ खिंचवाया जा रहा है
रोक नही पा रही हूँ -हँसी
दिख रहे है दाँत-थोडे बडॆ हैं
आप भी देखकर हँस रहे होंगे...
क्योंकि ये कैसे माला पकडे खडे हैं...
archana ji
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चलते चलते एक निवेदन
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हमने हमारी पोस्ट की प्रकृति और आवश्यकता के अनुसार 'मोडरेशन' लगाया हुआ है ! एक भी प्रतिक्रिया (अपशब्द वाली प्रतिक्रियाओं को छोड़कर) को कभी हटाया या छुपाया नहीं ! क्रिएटिव मंच पर कटु से कटु आलोचनाओं / समालोचना का भी सदैव स्वागत है, परन्तु निरर्थक निराधार आलोचना से हम भी आहत होते हैं !

हम कैसे और बेहतर हो सकते हैं इसके लिए अपने सुझाव और सहयोग दें ! अनामी / बेनामी आलोचकों से यही निवेदन है कि अगर आप हमारी मेहनत और प्रयास को सराह नहीं सकते, तो कम से कम हतोत्साहित करने की कोशिश तो करें !

स्नेह सहित
The End

सोमवार, 26 अप्रैल 2010

डेंजर वर्ल्ड & लाफ्टर वर्ल्ड [फ़िल्म जगत से]

क्विज संचालन ---- प्रकाश गोविन्द


रामकृष्ण गौतम जी की विजय के साथ
प्रथम चक्र का समापन

आप सभी को नमस्कार !
क्रियेटिव मंच आप सभी का स्वागत करता है !

आप सभी प्रतियोगियों एवं पाठकों को बहुत-बहुत बधाई,
जिन्होने क्रिएटिव मंच के इस महत्वपूर्ण आयोजन में हिस्सा लिया !
कल पूछे गए क्विज के एकमात्र विजेता रहे- रामकृष्ण गौतम जी !
बहुत हर्ष के साथ हम आज ये सूचित कर रहे हैं कि C.M.Quiz -35 के साथ ही पहला राउंड सफलतापूर्वक संपन्न हो गया है ! इन 35 हफ़्तों में अल्पना वर्मा जी ने 'जीनियस' का खिताब हासिल किया और शुभम जैन जी, रेखा प्रहलाद जी मोहसिन जी ने 'चैम्पियन' का खिताब हासिल किया ! आदरणीय रेखा जी के लिए हमको बेहद अफसोस है कि वो मात्र एक विजय से सुपर चैम्पियन बनने से चूक गयीं !
आप से कहने हैं दो शब्द -:
हमने अब तक 35 क्विज में 64 से ज्यादा विषयों को शामिल किया ! अगर व्यक्तित्व की बात करें तो - लोकनायक जयप्रकाश नारायण, सरोजनी नायडू, अभिनेत्री नर्गिस, क्रांतिकारी दुर्गा भाभी, कस्तूरबा गांधी, मदर टेरेसा, महाश्वेता देवी, डॉ संदीप पाण्डेय, मेधा पाटकर, सुन्दरलाल बहुगुणा, बाबा आमटे, जन नायक - बिरसा मुंडा, अमृता प्रीतम, मैथिलीशरण गुप्त, महादेवी वर्मा, सुमित्रानंदन पंत, गौरा पंत 'शिवानी, भानु अथैया, सत्यजीत राय, नूरजहाँ, सुरैया, नलिनी जयवंत, श्री जमशेदजी टाटा, भजन गायक - शर्मा बंधू , राजेन्द्र मेहता - नीना मेहता, अहमद हुसैन - मोहम्मद हुसैन, राजन मिश्र - साजन मिश्र, वडाली बन्धु इत्यादि के बारे में उल्लेखनीय जानकारी देने का प्रयास किया !
अगर महत्वपूर्ण इमारतों और ऐतिहासिक स्थलों की बात करें तो - ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालय, माउंट आबू, केशवदेव का मंदिर, श्रीकृष्ण जन्मभूमि, मथुरा, लार्ड कार्नवालिस का मकबरा, गाजीपुर, उत्तर प्रदेश, मुट्टम सेंट मैरी फैरोना चर्च, चिरथल्ला, एलापुजा, केरल, हजरतबल मस्जिद, श्रीनगर, दक्षिणेश्वर काली मंदिरकोलकाता, मैसूर पैलेस, कर्नाटक, राधा कृष्ण मंदिर, [जे. के. मंदिर ] कानपुर इत्यादि के बारे पाठकों को आवश्यक जानकारी देने की कोशिश की !

इसी तरह से हमने कितने ही अन्य फीचर्स को सामने रखा- नीलगिरी, तमिलनाडु की टोडा जनजाति, 1971 का युद्ध और पाकिस्तान का आत्म समर्पण, फिल्मों में राष्ट्रीय चेतना जगाते देशभक्ति गीत, कलरिप्पयट्-[दक्षिण भारत की प्राचीन द्रविडियन युद्ध कला], इत्यादि !

"एक महत्वपूर्ण तथ्य यह भी है कि अंतरजाल पर हिंदी में सामग्री का बेहद अभाव है ! कम से कम इस बहाने अंतरजाल पर हिंदी भाषा का स्पेस बढ़ रहा है !"

यहाँ ब्लॉग जगत में अजीब विडम्बना है कि क्विज के माध्यम से चाहे जितनी महत्वपूर्ण जानकारी या तथ्य दिए जाएँ, लोग उसको नजरअंदाज करते हैं ! क्विज तो सिर्फ एक माध्यम भर है .... अगर हम सीधे पोस्ट न बनाकर उसे क्विज बनाकर मनोरंजन के साथ जानकारी प्रस्तुत करते हैं तो इसमें क्या गलत है ? आप लोग जो क्विज परिणाम देखते हैं .... क्या वो महज परिणाम भर ही होता है ? आप क्या सोचते हैं ? आप के सुझाव और राय की हमें प्रतीक्षा रहेगी।

आप सब का सहयोग ही हमें इस मंजिल तक ले कर आया है, आप से आशा है कि आगे भी ऐसा सहयोग और स्नेह बनाये रखेंगे. C.M.Quiz का दूसरा राउंड रविवार, 15 अगस्त 2010 से पुनः आरम्भ होगा ! यह बताना शायद प्रासंगिक होगा कि 15 अगस्त 2009 को ही 'क्रिएटिव मंच' की स्थापना हुयी थी !
पहले चक्र के सभी विजेताओं और प्रतिभागियों को
हमारी तरफ से बहुत-बहुत बधाई और शुभ कामनाएं
आईये जानते हैं कि प्रथम दौर की जीनियस एवार्ड विजेता अल्पना जी का इस आयोजन के सम्बन्ध के बारे में क्या कहना है -
हमारा प्रयास और अल्पना जी का नज़रिया
alpana verma ji
प्रिय साथियों
नमस्कार!
क्विज़ के इस प्रथम दौर के अंतिम पड़ाव पर कुछ बातें आप सब से कहना चाहती हूँक्रिएटिव मंच क्विज़ के 35 हफ़्तों के इस सफर में प्रतिस्पर्धा स्वस्थ और निर्विवाद रही. हर बार क्विज़ के नतीजे के साथ दी गयी जानकारी इस मंच की सार्थकता साबित करती है

क्रिएटिव मंच क्विज़ के प्रश्न संचालन की तारीफ करनी चाहिये कि उन्होंने विभिन्न विषयों को इस सफ़र में शामिल किया। देश के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों, विभिन्न क्षेत्रों की महान हस्तियों, विभिन्न महत्वपूर्ण प्रतीकों एवं विज्ञान सम्बंधित प्रश्न किये और इस मंच के ज़रिये हमारा ज्ञानवर्धन किया। परिणाम प्रस्तुति में भी क्रिएटिव मंच की मेहनत काबिले तारीफ है।

यूँ तो बहुत सी पहेलियों में मैं भाग लेती रही हूँ, लेकिन इस मंच की ख़ासियत ही यह लगी है कि विभिन्न क्षेत्रों और विषयों से तर्कसंगत अर्थपूर्ण प्रश्न/चित्र पूछे जाते हैं। जिन्हें खोजने में जगह के बारे में तो मालूम होता ही है उसके अतिरिक्त भी ज्ञानार्जन होता है। चित्र पहेलियाँ जल्दी बूझने के लिए ज़रूरी है थोड़ा ज्ञान, कंप्यूटर की अच्छी नेट स्पीड, गूगल पर सर्च का सही तरीका और थोड़ा अंदाज़ा !

सभी साथी जो इस सफ़र में साथ रहे और इस मंच के संचालकों का आभार प्रकट करती हूँ. आप को मेरा सहयोग हमेशा मिलता रहेगा। मैं चाहूंगी कि और प्रतिभागियों की संख्या बढ़े ताकि प्रतियोगिता में प्रतिस्पर्धा बढ़े, कड़े मुकाबले से प्रतियोगिता में रोचकता बढती है. अगले राउंड के लिए मेरी शुभकामनाएं हैं।
आभार / धन्यवाद
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C.M.Quiz- 35 का सही जवाब
ग्रुप "A" (डेंजर वर्ल्ड)
danger world 1- शक्ति कपूर, 2- अमरीश पुरी, 3- रंजीत, 4- गुलशन ग्रोवर
5- सदाशिव अमरापुरकर, 6- जीवन, 7- प्राण
ग्रुप "B" (लाफ्टर वर्ल्ड) laughter world 1- महमूद, 2- जानीवाकर, 3- राजू श्रीवास्तव, 4- असरानी
5- उत्पल दत्त, 6- राजपाल यादव, 7- देवन वर्मा
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C.M.Quiz- 35 के एकमात्र विजेता
रामकृष्ण गौतम जी
ramkrishn gautam ji
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C.M.Quiz के फर्स्ट राउंड का फुल स्कोर कार्ड
10 बार प्रथम विजेता
5 बार प्रथम विजेता
4 बार प्रथम विजेता
3 बार प्रथम विजेता
2 बार प्रथम विजेता


1 बार प्रथम विजेता
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applause applause applause विजताओं को बधाईयाँ applause applause applause
applause applause applause applause applause applause applause
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आशा है जो इस बार सफल नहीं हुए वो अगले राउंड में अवश्य सफल होंगे

आप लोगों ने प्रतियोगिता में शामिल होकर
इस आयोजन को सफल बनाया जिसकी हमें बेहद ख़ुशी है

आप सभी लोगों का हार्दिक धन्यवाद
यह आयोजन हम सब के लिये मनोरंजन ओर ज्ञानवर्धन का माध्यम है !
आपके पास कोई सुझाव हो तो हमें जरूर ई-मेल करें!
अंत में हम सभी प्रतियोगियों और पाठकों का आभार व्यक्त करते हैं
जिन्होंने क्रियेटिव मंच की क्विज़ में शामिल होकर हमारा उत्साह बढाया
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15 अगस्त 2010, रविवार को हम ' प्रातः दस बजे' दूसरे राउंड की क्विज के साथ यहीं मिलेंगे !

सधन्यवाद
क्रियेटिवमंच
creativemanch@gmail.com
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The End