प्रिय साथियों नमस्कार !!! हम आप सभी का क्रिएटिव मंच पर अभिनन्दन करते हैं।
'सी.एम.ऑडियो क्विज़- 11' आयोजन में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागिओं और विजेताओं को बधाई। कल हमने दो बेहद लोकप्रिय गानों की शुरूआती धुन सुनवाते हुए गाना पहचानने और गायकों का नाम बताने को कहा था। किसी धुन को सुनकर इस तरह के जवाब देना अक्सर कठिन होता है फिर भी कुछ प्रतियोगी सही जवाब देने में सफल रहे।
इस बार बहुमुखी प्रतिभा के धनी राजेन्द्र स्वर्णकार जी ने सबसे पहले सटीक जवाब देकर प्रथम स्थान पर कब्ज़ा जमाया। तत्पश्चात शुभम जैन जी ने सही जवाब देकर द्वितीय स्थान हासिल किया। पहली बार शामिल हुए आशुतोष जी ने अपने संगीत के प्रति रुझान को दर्शाते हुए पूर्णतयः सही जवाब देकर तृतीय स्थान प्राप्त किया।
पुराने माहिर प्रतियोगियों में डा० अजमल खान जी इस बार दिखाई नहीं दिए। शेखर जी इस बार फिर चूक गए... लगता है राहू उनके पीछे पड़ गया है। दर्शन जी ने इस बार बहुत ही देर बार दर्शन दिए। आशीष जी और अदिति जी ने मेहनत बहुत की। आशीष जी तो सफल हो गए किन्तु अदिति जी एक सही जवाब ही दे पायीं। सागर नाहर जी ने हमें चौंका दिया। पता नहीं क्यूँ वो इतने हिट गानों को कैसे नहीं पहचान पाए। आप सभी अपना स्नेह यूँ ही बनाये रखिये। आप की प्रतिक्रिया और सुझावों की प्रतीक्षा रहेगी। अब अगले रविवार को "सी.एम.ऑडियो क्विज़-12" में आपसे पुनः यहीं मुलाकात होगी।
समस्त विजेताओं व प्रतिभागियों को एक बार पुनः बहुत-बहुत बधाई और शुभ कामनाएं।
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''सी.एम.ऑडियो क्विज-11' के पूरे परिणाम के साथ ही क्विज में पूछे गए दोनों प्रसिद्ध गायकों के बारे में बहुत संक्षिप्त जानकारी प्राप्त करते हैं :
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1- ग़ुलाम अली [Ghulam Ali]
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कहते है संगीत सरहदें नहीं मानता, सीमाए नही जानता। अच्छा संगीत भाषाओं के बन्धनों को भी नही मानता। सही भी है ये बात, वरना हम अंग्रेजी, अरबी,स्पैनिश और ना जाने किस-किस भाषा के संगीत को पसन्द ना करते होते। लेकिन जनाब, हमारी सीमा पार पाकिस्तान मे तो संगीत प्रतिभाओं का खजाना है। कौन संगीत प्रेमी होगा जो ग़ज़ल गायक ग़ुलाम अली को न जानता हो। ग़ुलाम अली के चाहने वाले हिन्दुस्तान की हर गली मे मिल जाएंगे।
ग़ुलाम अली साहब, जो कि बड़े ग़ुलाम अली साहब के शागिर्द हैं और जिनके नाम पर इनका नामकरण हुआ है, गज़लों में रागों का बड़ा हीं बढिया प्रयोग करते हैं। बेशक हीं ये घराना-गायकी से संबंध रखते हैं, लेकिन घरानाओं की गायकी को गज़लों में पिरोना, इन्हें बखूबी आता है। ग़ुलाम अली साहब की आवाज़ में वो पुरकशिश ताजगी है, जो किसी को भी दीवाना बना दे। ग़ुलाम अली खां साहब का अलग गायकी का अंदाज, गज़लों का सिलेक्शन और सुर ताल की लय, देखते ही बनती है।
पाकिस्तान के सियालकोट के रहने वाले ग़ुलाम अली बीते 55 सालों से ग़ज़ल गायकी कर रहे हैं। हिन्दी फिल्मों मे भी उन्होने काफी गाया है। उन्होंने बी.आर. चोपड़ा की फिल्म ‘निकाह’ के लोकप्रिय गीत ‘चुपके चुपके रात दिन’ से भारतीय सिनेमा में शुरुआत की थी। उनकी अन्य लोकप्रिय ग़ज़लों में ‘हमको किसके गम ने मारा’, ‘कल चौदहवीं की रात थी’, ‘हंगामा है क्यों बरपा’, 'दिल में एक लहर सी उठी है', ‘ये दिल ये पागल दिल मेरा’, ‘चमकते चांद को’ आदि शामिल हैं।
ग़ुलाम अली को भारत में संगीत प्रेमियों के समक्ष गाना बहुत पसंद है। ग़ज़ल गायकों में जगजीत सिंह को वह बेमिसाल मानते हैं। उनकी ख्वाहिश है कि एक बार वो स्वर साम्राज्ञी लता मंगेश्कर के साथ भी गाएं। उन्हें पहले एक बार गाने का मौका मिला था लेकिन रिकॉर्डिंग न हो पाने की वजह से उनकी तमन्ना अधूरी रह गई। ग़ुलाम अली शास्त्रीय और लोक संगीत के बहुत बड़े प्रशंसक हैं। वो कहते हैं- ‘मेरे लिए लोक गीतों का पहला स्थान है। उसके बाद शास्त्रीय संगीत और फिर ग़ज़ल आता है। मैं जब भी तनाव में होता हूं तो शास्त्रीय संगीत सुनता हूं।’
ग़ुलाम अली कहते हैं कि 'आज के गायकों को सही प्रशिक्षण की आवश्यकता है। ग़ज़ल गायकी आसान नहीं है। आपको उर्दू शब्दों का सही उच्चारण सीखने व सही ढंग से गाने के लिए प्रशिक्षण की जरूरत होती है। इस सब में समय लगता है और आज-कल के गायक इस पर ध्यान नहीं देते हैं।’
भारत-पाकिस्तान संबंधों में मौजूदा तनाव के बारे में ग़ुलाम अली ने कहा कि यह ठीक नहीं है। प्रेम से जिंदगी गुजरनी चाहिए। कलाकार तो वैसे भी किसी सरहद के बंधे नहीं होते। लताजी को पाकिस्तान में उतना ही प्यार मिलता है जितना मुझे हिन्दुस्तान में। |
2- अदनान सामी [Adnaan Sami]
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कुछ समय पूर्व तक गायक अदनान सामी की छवि सबके मन में हद से ज्यादा मोटे-गोलमटोल और हमेशा हँसते-गाते इंसान के रूप में बसी हुई थी। वह अत्यधिक मोटे थे, यकायक चमत्कार सा हुआ और अदनान सामी बिल्कुल बदले हुए सामने आये। उन्होंने पूरे 104 किलो वजन कम किया है और अभी 25 किलो वजन और कम करने का लक्ष्य मन में साधा है।
अदनान सामी का जन्म लन्दन में हुआ, बचपन ब्रिटेन में गुज़रा और बोर्डिंग स्कूल में उन्होंने अपनी पढ़ाई की। उनके पिता, अरशद सामी खान पाकिस्तान के राजनयिक थे। अदनान एक ऐसे परिवार से ताल्लुक रखते थे, जिसका संगीत और मनोरंजन के क्षेत्र से कोई वास्ता नहीं हैं। उन्होंने इंग्लैंड में वकालत की, साथ ही पत्रकारिता में स्नातक भी किया। उनकी माँ ने अदनान के संगीत-शौक को कभी गंभीरता से नहीं लिया, माँ की तमन्ना थी कि मेरा बेटा वकालत की पढ़ाई करे, जब अदनान ने वकालत की पढ़ाई पूरी करने के बाद अम्मी से कहा कि अब तक मैंने वो सब किया जो आप चाहती थीं, अब मैं वो करना चाहता हूं जो मैं चाहता हूं। इससे वह बहुत अपसेट हो गईं, उन्होंने कहा यह भी कोई काम है, अगर तुम्हें यही सब करना था तो इतनी मेहनत क्यों की हमने।
शुरुआत में अदनान सामी सिर्फ़ पियानो बजाते थे और गाने कंपोज़ करते थे, खुद गाने की तरफ़ उनका कोई ध्यान नहीं था। उन्होंने नौ साल की उम्र में गाने कंपोज़ करना शुरू किया. बाद में उनका ध्यान इंडियन क्लासिकल म्यूजिक की तरफ़ गया। उन्होंने पंडित शिव कुमार शर्मा जी से सीखा भी है। यह संगीत के क्षेत्र में उनकी क्रमिक विकास-यात्रा थी। अदनान सामी पियानो वादक के रूप में बेहद दक्ष हैं। उनके नाम सबसे तेज़ पियानो बजाने का विश्व रिकार्ड भी है।
जब पाकिस्तानी गायक अदनान सामी सिर्फ 10 वर्ष के थे तब लन्दन में उन्होंने अपनी कैसेट आशा भोसले जी को सुनाई। आशा जी ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और हँसते हुए कहा कि मैं एक दिन तुम्हारे साथ गाना पसंद करूंगी, उसके बाद उन्होंने मुझे पंचम दा से मिलवाया। जब अदनान बडे हुए तब आशा जी के साथ’कभी तो नजर मिलाओ’ एलबम मे गीत गाया जो काफी प्रसिद्ध रहा। फिर ‘बरसे बादल’ नामक एलबम में भी अदनान सामी ने आशा जी के साथ गाया।
अदनान सामी ने पांच वर्ष की नन्ही उम्र में पियानो बजाना सीख लिया था और सोलह वर्ष की उम्र में उन्हें यूथोपिया में आई प्राकृतिक त्रासदी पर एक गीत लिखने के लिए यूनीसेफ ने खास पुरस्कार से नवाजा था। अब अदनान के बेटे अजान अपने पिता के नक्शेकदम पर चलते नजर आ रहे हैं। पन्द्रह वर्षीय अजान निर्देशक प्रियदर्शन की फिल्म बम बम भोले से संगीतकार के रूप में अपने करियर का आगाज करने जा रहे हैं। जल्द ही सोनी म्यूजिक कंपनी उनका पहला म्यूजिक एलबम भी रिलीज करेगी। |
क्विज में दिए गए दोनों गायकों के गानों के वीडिओ |
चमकते चाँद को... 'ग़ुलाम अली' | इश्क होता नहीं ...'अदनान सामी' |
"सी.एम.ऑडियो क्विज़- 11" के विजेता प्रतियोगियों के नाम |
जिन प्रतियोगियों ने एक जवाब सही दिया |
आशा है जो इस बार सफल नहीं हुए वो आगामी क्विज में अवश्य सफल होंगे
आप सभी का हार्दिक धन्यवाद
यह आयोजन मनोरंजन के साथ साथ ज्ञानवर्धन का एक प्रयास मात्र है !अगर आपके पास कोई सुझाव हो तो हमें ज़रूर ई-मेल करें!अंत में हम सभी प्रतियोगियों और पाठकों का पुनः आभार व्यक्त करते हैंजिन्होंने क्रियेटिव मंच की क्विज़ में शामिल होकर हमारा उत्साह बढाया.
13 मार्च 2011, रविवार को हम ' प्रातः दस बजे' एक नई क्विज के साथ यहीं मिलेंगे !
सधन्यवाद
क्रियेटिव मंच The End =================================================== |
सभी विजेताओं को बधाई..
जवाब देंहटाएंrajendra ji ko pahli baar jeetne ki bahut badhayi
जवाब देंहटाएंsath hi shubham ji aur ashutosh ji ko bhi khub saari badhayi.
CONGRATULATIONS
ashish ji dalbadlu nikle :)
जवाब देंहटाएंhamse kaha ki ek hi sahi answer diya hai aur chupke se dono answer de diye.
bas shekhar ji ne sath nibhaya.
congratulations to everyone
जवाब देंहटाएंnice selection of songs
i like it
राजेन्द्र स्वर्णकार जी, शुभम जैन जी व आशुतोष जी
जवाब देंहटाएंसहित सभी विजेताओं को ढेर सारी बधाई ...
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इस बार की पोस्ट ने भी मन मोह लिया दोनों
गायकों के बारे में बहोत ही अच्छी जानकारी दी ........आभार
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@ अदिती जी हमने कोई दल बदली नहीं की है हम
भारत के कोई नेता थोड़े ही हैं :)...बस हार नहीं
मानी इसलिए उत्तर दे सका . आप मानेंगी नहीं
पर इस उत्तर को खोजने के लिए मैंने कितने
पापड़ बेले उसे मै ही जानता हूँ .
मैंने अनिल कपूर की कई फिल्मों का पता किया
और उनके कंप्यूटर और नेट दोनों से गानों को सूना
जबकि मेरे नेट की स्पीड बहोत कम है
.........लेकिन उससे भी उत्तर नहीं मिला तो
मैंने विदेशी गायक की तरफ ध्यान दिया और उस
आधार पर उत्तर खोजने शुरू किये. विदेशी गायकों
में मेरा ध्यान पाकिस्तान की तरफ गया जहाँ के
कई गायकों ने बोलीवुड के लिए गाना गाया है
..... हाँ ये शुक्र था कि मेरा ध्यान पहले गुलाम
अली साहब पे गया फिर मैंने ये वर्ड लिखकर
गूगल पर सर्च किया GHULAM ALI SONG IN
ANIL KAPOOR FILM ........पहला गाना
फ़िल्म बेवफा का आया पर इसके गाने सुने हुए हैं
इसलिए अगले गाने पे गया वो गाना था चमकते
चाँद को... लेकिन समस्या ये थी कि नेट स्पीड
कम होने के कारण इसे सुनूं कैसे.... मजबूरन
मुझे इसे DOWNLOAD करना पड़ा गाने के प्रारंभिक
संगीत को सुनते ही मेरे मन का चाँद भी चमक
उठा....:)
खैर अगली बार को आप को TOP करने के लिए
अग्रिम शुभकामनाएँ.....:)
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@शेखर जी लगता है आपको नजर लग गई है ,
उसे उतरवा लीजियेगा ...........:)
अगली क्विज के लिए आपको भी शुभकामनाएँ
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और हाँ ये तो बोलना ही भूल गया कि दोनों गाने बहोत ही अच्छे लगे, इन गानों को पहली बार सूना
क्रिएटिव मंच का आभार कि इसके माध्यम से सुनने के लिए अच्छे गानों का कलेक्शन बनता जा रहा है .
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राजेंद्र जी को बहुत बहुत बधाई...
जवाब देंहटाएंबहुत अछ्छी quiz रही...
दोनों गायकों के बारे में अच्छी जानकारी मिली...
धन्यवाद व शुभकामनाये.
सभी विजेताओं को ढेर सारी बधाई ...
जवाब देंहटाएंबाकी मिश्रा जी की पोस्ट रूपी टिप्पणी में से कुछ मेरी तरफ से मान लेना
इस टिप्पणी सागर से एक दो बाल्टी पानी निकाल ले तो क्या फर्क पड़ता है :))
राजेन्द्र स्वर्णकार जी और अन्य
जवाब देंहटाएंसभी विजेताओं को हार्दिक बधाई
आज पहली बार ये गाना सुना
क्या लाजवाब बेहतरीन गाना है --
चमकते चाँद को टूटा हुआ तारा बना डाला
मेरी आवारगी ने मुझको आवारा बना डाला
बड़ा दिलकश बड़ा रंगीन है यह शहर कहते हैं
यहाँ पर हैं हज़ारों घर, घरों में लोग रहते हैं
मुझे इस शहर ने गलियों का बंजारा बना डाला
चमकते चाँद को टूटा हुआ................
मैं इस दुनिया को अक्सर देख कर हैरान होता हूँ
ना मुझसे बन सका छोटा सा घर,दिन रात रोता हूँ
ख़ुदाया तूने कैसे ये जहाँ सारा बना डाला
चमकते चाँद को टूटा हुआ................
मेरे मलिक, मेरा दिल क्यूँ तड़पता है, सुलगता है
तेरी मर्ज़ी, तेरी मर्ज़ी पे किसका ज़ोर चलता है
किसी को गुल, किसी को तूने अंगारा बना डाला
चमकते चाँद को टूटा हुआ................
यही आगाज़ था मेरा, यही अंजाम होना था
मुझे बर्बाद होना था, मुझे नाकाम होना था
मुझे तक़दीर ने तक़दीर का मारा बना डाला
चमकते चाँद को टूटा हुआ................
मानवी जी धन्यवाद
सभी विजेताओं को बधाई..
जवाब देंहटाएंनज़र वाली बात नहीं है जी... :) दूसरा क्लिप तो तुरंत पता चल गया ये मेरा पसंदीदा गीत हैं, फिल्म भी बहुत अच्छी लगी थी...
जवाब देंहटाएंदूसरा क्लिप काफी देर के बाद बजा ...तब तक मूड ख़राब हो चूका था....इसलिए शायद नहीं बता पाया...
दोनों ही गाने सुने हुए हैं... आशीष जी इतना डेडिकेशन तो है नहीं मेरा ... :) ८-९ बार क्लिप सुना, नहीं समझ आया तो छोड़ दिया...
उम्मीद है अगली बार कुछ कर पाऊंगा...
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सभी विजेताओं को बधाई...
धन्यवाद आप सभी का..मुझे ये तो मालूम था की मेरा जबाब सही है..मगर विजेताओं में मेरा नाम भी आएगा ये नहीं सोच रहा था..आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद
जवाब देंहटाएंराजेन्द्र जी, शुभम जी और आशुतोष जी सहित सभी को बहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंइस बार सिर्फ आशीष जी और मैंने ही सबसे ज्यादा मेहनत की. डेडीकेशन हो तो हम दोनों जैसा :)
बहुत सुन्दर पोस्ट और बढ़िया जानकारी
आभार
behtareen presentation
जवाब देंहटाएंaapne umda jaankari di
sabhi winners ko mubarakbad
सभी को हार्दिक बधाईयाँ
जवाब देंहटाएंदोनों ही गाने बहुत ही सुन्दर हैं
अच्छी जानकारी मिली ..शुक्रिया
सभी विजेताओं को बधाईयाँ
जवाब देंहटाएंdono gaaykon ke bare men nayi nayi jaankariyan prapt huyi
beautiful program
thanks to creative manch
राजेंद्र जी सहित सभी विजेताओं को बधाईयाँ.
जवाब देंहटाएंराजेन्द्र जी को वाकई फ़िल्मी गीत-संगीत का भी खूब शौक है ..इससे मालूम चलता है.
धुन सुनकर गाना पहचानना आसान नहीं है.जिन्होंने भी पूछे गीतों को पहचान लिया, वे गीत-संगीत के पक्के श्रोता हैं,यह भी तय है.
.अगली पहेली के लिए शुभकामनाएँ.
@ ahish ji ham to majaak kar rahe the. aapne to kal sach men bahut mehnat kar daali. very well done
जवाब देंहटाएं@ alpana ji पक्के श्रोता to ham bhi hain lekin first clip ka song kabhi pahle suna nahi tha isliye nahi bata sake.
राजेंद्र जी सहित सभी विजेताओं को बधाईयाँ.
जवाब देंहटाएंदोनों ही गाने बहुत ही सुन्दर हैं
अच्छी जानकारी मिली ..शुक्रिया
@ maanvi ji naye songss ko bhi quiz men shamil kiya kariye.
जवाब देंहटाएं@ alpana ji aap bhi quiz men paricipate kiya kariye. aapki kami mahsus hoti hai.
क्रिएटिव मंच के सभी मित्रों ,
जवाब देंहटाएंसादर सस्नेहाभिवादन !
कोशिश की तब किसी न किसी संयोग -दुर्योग के कारण नंबर नहीं आया
…और सोचा भी नहीं था तब प्रथम स्थान !
इससे साबित हो जाती है ऐसी रोचक प्रतियोगिताओं में प्रतिभा से अधिक भाग्य की भूमिका ! :)
आभार ! शुक्रिया आप सब का !
लेकिन यह ऐसा मंच है जहां सभी विजेता हैं , इसलिए सब को बधाई !
अल्पना जी , गीत संगीत में मेरी हद से ज़्यादा गहरी रुचि है …
आपकी जानकारी के लिए बतादूं मैंने तो रेडियो मॉस्को की अनेक संगीत प्रतियोगिताओं में रशियन गीतों तथा रशियन गायकों के नाम पहचान कर भी पुरस्कार जीते हैं
♥
मां पत्नी बेटी बहन ; देवियां हैं , चरणों पर शीश धरो !
विश्व महिला दिवस की हार्दिक बधाई !
शुभकामनाएं !!
मंगलकामनाएं !!!
♥
- राजेन्द्र स्वर्णकार
thanks aditi ji...:)
जवाब देंहटाएं@राजेंद्र जी आप के बारे में यह नयी जानकारी मिली.बहुत खुशी हुई जानकर.
जवाब देंहटाएं......
@अदिति,,,,मैं कैसे भाग ले सकती हूँ ..क्विज़ के सञ्चालन में मानवी और प्रकाश जी के साथ मैं भी एक हिस्सा हूँ ,,इसलिए इस क्विज़ में हम तीनो भाग नहीं ले सकते.
मेल द्वारा शुभकामना सन्देश प्राप्त हुआ :?
जवाब देंहटाएंSent to Link Number: 7553d
Sender Name: dr usha goswami
creative manch ko dekha.accha manch hai.is
par sabhi subjects mile.thahaka ke kai jok kamnayenes ne hansa diya .apko hamari shubh kamnayen.apki chice vakai acchi hai.rajendra g kai bar vijeta bane hai. congrates to him also.
Nice Sir
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